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उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखुपर और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू से टिकट देकर चुनाव में उतार चुकी है। वहीं दूसरे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह के भी चुनाव लड़ने की अटकलें थीं, अब बीजेपी में इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि इन्हें भी चुनाव लड़वाया जाए या सिर्फ प्रचार पर फोकस करने के लिए कहा जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इस बात को लेकर चर्चा हुई है। बैठक में यह राय बनी कि दोनों नेताओं को चुनाव प्रचार पर फोकस करने दिया जाए। दोनों ही नेता 300 प्लस लक्ष्य को पाने के लिए फोकस करेंगे। समिति का मानना है कि प्रचार-प्रसार की बागडोर इन दो नेताओं के पास है, इसलिए इन्हें किसी सीट से लड़वाने पर इनका ध्यान बंटेगा।
बता दें कि नई दिल्ली में सीईसी में हुई बैठक में हुई चर्चा के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि दिनेश शर्मा और स्वतंत्र देव सिंह को लेकर पार्टी दुविधा में थी। इसलिए पहली ही सूची में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के नाम का तो ऐलान कर दिया गया, लेकिन इन दोनों को अभी तक कहीं से टिकट नहीं दिया गया है।