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बीजेपी के पूर्व सांसद ने मीडिया को बताया डरपोक और वित्त मंत्री को घटिया शब्द
ubramanian Swamy: भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने एक ट्वीट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर निशाना साधा है। स्वामी ने निर्मला सीतारमण के ज्ञान पर सवाल उठाया है। बता दें कि पूर्व सांसद स्वामी अक्सर अपने ट्वीट से मोदी सरकार की नीतियों को लेकर निशाना साधते रहते हैं।
शनिवार (17 सितंबर, 2022) को एक ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा, 'वे (वित्त मंत्री) अर्थशास्त्र में अनपढ़ हैं, वह कुछ भी कह सकती हैं। मीडिया डरपोक है और इसलिए एफएम को तीखा सवाल नहीं कर सकता।
इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण निशान साध चुके हैं। वाक्या 2 सितंबर, 2022 का है। जब वित्त मंत्री तेलंगाना के दौरे पर पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने एक सरकारी राशन की दुकान पर पीएम मोदी की तस्वीर नहीं होने पर नाराजगी जताई थी।
जिस पर अब बीजेपी नेता और पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री सीतारमण पर तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि चमचागिरी की हद है। ज्यादा से ज्यादा वह पीडीएस प्रभारी मंत्री को पत्र लिखकर मोदी की फोटो न दिखाने की शिकायत कर सकती थीं।
एक अन्य ट्वीट में पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा था, 'मोदी सरकार के अनपढ़ मंत्रियों सहित इन नौसखियों को यह एहसास नहीं है कि पीपीपी पद्धति का उपयोग करके जीडीपी की उचित गणना से भारत की जीडीपी 2005 के बाद से दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय में हमारी जनसंख्या के कारण भारत सूची में बहुत पीछे हैं।
बता दें, विपक्ष कई मौकों पर आरोप लगा चुका है कि देश की मीडिया व केंद्रीय जांच एजेंसियां सरकार के दबाब में काम कर रही हैं। वहीं स्वामी ने भी पिछले दिनों कहा था कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर सरकारी पहरा बना हुआ है। वे पीएमओ से आने वाले निर्देशों पर काम कर रहे हैं।
यह पहला मौका नहीं जब सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार, उनकी नीतियों या उनके किसी मंत्री पर हमला बोला है। इससे पहले वो पार्टी संगठन के पदाधिकारियों के चुनाव पर भी सवाल खड़े कर चुके हैं।
दरअसल, बीते 17 अगस्त को भाजपा ने अपने संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति का ऐलान किया थाा। इसमें पार्टी ने मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड की सूची से बाहर कर दिया था।
इसको लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि पार्टी में हर पद पर सदस्यों का चुनाव मोदी की मंजूरी से होता है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'जनता पार्टी और उसके बाद बीजेपी के शुरुआती दिनों में संगठन के पदों पर चुनाव संसदीय बोर्ड द्वारा कराए जाते थे और यही पार्टी के संविधान की मांग भी है, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी में कोई चुनाव नहीं होता। हर पद के लिए मोदी के अप्रूवल से सदस्यों को नामांकित किया जाता है।