भाजपा समर्थकों के लिए ख़ुशख़बरी, बीजेपी की आय सबसे अधिक कांग्रेस को बड़ा झटका
एक बॉन्ड आया था। इलेक्टोरल बॉन्ड। झाँसा दिया गया कि यह पारदर्शी है। लोग बैंक को पैसा देंगे और बैंक पार्टी को बॉन्ड देगा। लेकिन पता नहीं चलेगा कि किसने कितना पैसा दिया। देने वाले का नाम ग़ायब। सबने ताली बजाई कि वाह अच्छा नियम आया है। नितिन सेठी जैसे पत्रकारों ने इसके खेल पर जान लगाकर रिपोर्टिंग की लेकिन जनता ने कहा हम तो ताली बजाएँगे।
बाकी सभी पार्टियाँ चौबीस प्रतिशत में है। जबकि बीजेपी तीन चौथाई चंदे के साथ सबसे उपर है। जबकि दुसरे नंबर पर कांग्रेस फिर एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस है। कांग्रेस के आय में खासी गिरावट दर्ज की गई है तो बीजेपी की आय में पिछले साल की तुलना उतनी ही ज्यादा तेजी दिख रही है।
राष्ट्रीय दलों की आय सबसे अधिक दान और अन्य प्रकार से हुई जिसमें बीजेपी की आय ३४२७ करोड़ हुई है जबकि कांग्रेस की आय ४६९ करोड़ की आय हुई है। तृणमूल कांग्रेस १०६ करोड़ तो माकपा को ९३ करोड़ की आय हुई है।
नतीजा ?
बीजेपी को कुल 76 प्रतिशत बॉन्ड मिले हैं। 2019-20 में बीजेपी को 3400 करोड़ से अधिक दान मिले हैं। जितने चंदे मिले हैं उसमें सबसे अधिक बीजेपी को मिले हैं। देने वाले का नाम बैंक के पास होगा ही। वो सफ़ेद कमाई का पैसा दे रहा है या काली कमाई का कौन जानता है। लेकिन बैंक के ज़रिए कौन जान जाता होगा कि दूसरे दलों को चंदा कौन दे रहा है यह इस देश में जानना आसान नहीं है।
वैसे जब जनता की कमाई घटी हो और पार्टी को बढ़ी हो तो कम से कम इसी का दोस्त बनों।
संवैधानिक चेतावनी: यह जानकारी आपके जागरूक होने के लिए नहीं है।