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भारत का सबसे बड़ा सरकारी नौकरी भर्ती घोटाला, बोले विवेक कुमार
उत्तर प्रदेश में 12 नवंबर से 2 दिसंबर 2021 को दरोगा भर्ती(UP SI 9534) परीक्षा में हुई धांधली में अब तक 70 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हो चुकी है। 300 से ज्यादा लोग इसमें नामजद हैं जिनमें अलग अलग शहरों के 30 से ज्यादा सेंटर प्रबंधक, 200 से ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी, 50 से ज्यादा सॉल्वर गैंग के सदस्य, नकल माफिया,10 से ज्यादा ऑनलाइन परीक्षा कराने वाली NSEIT कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी हैं। कई लोग फर्जी तरीके से भर्ती होकर ट्रेनिंग के लिए जाने वाले हैं। इनके फर्जीवाडे के कागजात भी हैं।
हम सभी CBI जांच की मांग करते हैं
UPSI_SCAM9534 से संबंधित कुछ तथ्य।
1. परीक्षा केंद्र से वायरल कंप्यूटर स्क्रीन के स्क्रीन शॉट।
2. परीक्षा केंद्र से बाहर वीएनसी सिस्टम से स्क्रीन शेयरिंग से लैपटॉप पर पेपर सॉल्व के स्क्रीन शॉट।
3. जेल में बंद अभ्यर्थी अर्जुन प्रसाद का फाइनल सलेक्शन लिस्ट में नाम जो अपने सॉल्वर शिसुपाल के साथ एसटीएफ ने पकड़ा था।
4.अलीगढ़ में पूरा सेंटर हाईजेक। परीक्षा केंद्र मालिक और NSEIT कंपनी के अधिकारी और कर्मचारियो की मिलीभगत द्वारा केवल लाइन से दीवार में छेद करके राजवीर नामक व्यक्ति के मकान से परीक्षा सॉल्विंग के प्रूफ। एफआईआर कॉपी और इसमें पेश की गई चार्जशीट।
5. कुछ फर्जी तरीके से एग्जाम पास अभ्यर्थियों की एग्जाम डे परफॉर्मेंस रिपोर्ट 4-4 मिनट में पूरा का पूरा पेपर सॉल्व।
6. परीक्षा केंद्र से बाहर कार में बैठकर लैपटॉप से परीक्षा सॉल्व कर पास होने वाला अभ्यर्थी नितेश कुमार के वायरल स्क्रीन शॉट।
7. फोटो मिक्सिंग कर सॉल्वर से परीक्षा पास करवाने वाले रिंकू यादव के रियल साक्ष्य जो अब ट्रेनिंग पे जाने वाला है।
8.रामगढ़ ताल थाने दर्ज एफआईआर जिसमे सूर्योदय कॉलेज के सेंटर मालिक के साथ NSEIT कंपनी के अधिकारी की धांधली करवाते हुए गिरफ्तारी।
9. 62 से ज्यादा FIR सूची।
10. 30 से ज्यादा सेंटर मालिक की संलिप्तता और इनपर दर्ज FIR की सूची और सेंटर मालिको का डाटा भी मौजूद हैं।
11. कुछ अन्य अभ्यर्थी जो ट्रेनिग पे जाने वाले हैं और इनके परीक्षा के वायरल स्क्रीन शॉट।
12. 500 से ज्यादा वायरल स्कीन शॉट जबकि सेंटर के अंदर एक धागा तक ले जाना allow नही होता है तो ये स्क्रीन शॉट बाहर कैसे वायरल हुए ये सब गड़बड़ को दर्शाता है।
13. भर्ती बोर्ड का जांच को इग्नोर करना। और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लीपापोती।
14. अभ्यर्थियों की दी गई फर्जी अभ्यर्थियों की सूचनाओं को शुरुआत में नजरंदाज करना।
सूचनाओं की सारी डिटेल्स है।
15. कोर्ट केस की सारी डिटेल्स और पूरा स्टेट्स।
16. अभी तक भर्ती की कोई ऑफिशियल जांच नही और ना कोई स्टेटमेंट।
17. मार्क्स शो नही किए हैं ना रॉ मार्क्स ना सैक्शनल नॉर्मलाइजेशन शो किया है।
18. भर्ती का टॉपर कोन है ये भी नही बताया।
19. फाइनल लिस्ट से बाहर किसी भी अभ्यर्थी के मार्क्स तक शो नही किए हैं।
20. किसी भी अभ्यर्थी के द्वारा RTI के तहत अपने मार्क्स की सूचना का कोई संतोषजनक जवाब नही दिया गया।
21. जिन अभ्यर्थियों की शिकायत भर्ती बोर्ड से 2022 में ही कर दी उनमें से कई अभी भी ट्रेनिंग कर रहे हैं।
22. कुछ रिंकू यादव जैसे लोगों की शिकायत DV/PST के दौरान की गई थी लेकिन फिर भी वो अगले कई चरणों को पास करते हुए ट्रेनिंग कर चुके तब शिकायत के एक साल बाद कार्यवाही हुई जो भर्ती प्रक्रिया को संदेह के घेरे में लाता है।
ये सभी कारण सीबीआई जांच के लिए पर्याप्त है।
इसलिए दरोगा भर्ती धांधली की सीबीआई जांच होनी ही चाहिए।
यूपी के विभिन्न थानों में 62+FIR, 200+फर्जी कैंडिडेट व 30+परीक्षा केंद्र मालिक नामजद है फिर भी उत्तर प्रदेश सरकार ने UPSI_SCAM9534 की CBI जाँच पर मौन धारण कर रखा है। यूपी के विभिन्न थानों में इतनी FIR दर्ज हो चुकी हैं कि सरकार को UPSI_SCAM9534 की CBI जाँच करवा लेनी चाहिए। लेकिन एक तरफ शिकायतें सामने आ रही है,फर्जी अभ्यर्थी जेल जा रहे है तथा दूसरी तरफ ट्रेनिंग भी चल रही है। और ट्रेनिंग सेंटर से भी फर्जी अभ्यर्थी पकड़े जा रहे हैं।
CBI जाँच की मांग को ठुकरा कर आखिर किसे बचा रही है सरकार?🤔
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#UPSI_2021_CBI_INVESTIGATION