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अपना भविष्य बनाइये, अपना देश बचाइये, नई सरकार बनाइये - प्रियंका गांधी वाड्रा
मिर्जापुर। लोकसभा चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। जहा 19 मई को मतदान होने है। जिसको लेकर हर पार्टी जनसभाए और रैलिया करने जुटी है। वही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मिर्जापुर में रोड शो के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया। कि किसानों की समस्याओं, किसानों की आत्महत्याओं, नोटबंदी और जीएसटी को लेकर प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि वह नेता नहीं अभिनेता हैं। मिर्जापुर के मुख्य कारोबार कालीन और पीतल उद्योग की बदहाली को भी प्रियंका गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी से जोड़ा।गांधी के रोडशो के दौरान सड़कें खचाखच भरी रहीं। प्रियंका के ऊपर लोगों ने फूल बरसाए। इस दौरान प्रियंका लोगों से हाथ मिलाते, उनका अभिनंदन करते आगे बढ़ती रहीं रोड शो करते हुए अलीगंज से वासलीगंज पहुंचने पर अपने वाहन से ही प्रियंका ने लोगों को संबोधित करना शुरू कर दिया।
हालांकि प्रियंका जब गिरधर चौराहे पर पहुंचीं तो भाजपा समर्थकों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए। कांग्रेस समर्थकों ने जवाब में 'चौकीदार चोर है' के नारे लगाए। लेकिन प्रियंका ने मोदी-मोदी के नारे लगा रहे भाजपा समर्थकों को माले पहनाए। प्रियंका ने कहा कि हजारों की संख्या में किसान पैदल ही प्रधानमंत्री से मिलने गए थे। उनके पैरों में छाले थे। लेकिन प्रधानमंत्री की किसानों से मिलने की हिम्मत नहीं हुई। वह नेता नहीं अभिनेता हैं। आपने दुनिया के सबसे बड़े अभिनेता को प्रधानमंत्री बना दिया। इससे अच्छा होता कि अमिताभ बच्चन को ही बना देते। अब फिर सपने दिखा रहे हैं। सपना देखना कोई बुरी चीज नहीं है लेकिन झूठा सपना दिखाना बुरी चीज है।
प्रियंका ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से कालीन उद्योग चौपट हो गया है। भदोही में एक बुनकर ने अपना घर दिखाया, उसके घर से पानी टपकता है। जीएसटी और नोटबंदी ने बुनकरों के पैर पर कुल्हाड़ी मारी है। धागा, रंग, कालीन सभी पर जीएसटी लगा दिया गया। ई वे बिल का झंझट बुनकरों को परेशान कर रहा है। प्रियंका ने कहा कि एक बुनकर ने बताया, हम पढ़े लिखे नहीं हैं, अपने हाथ से कालीन बुन कर व्यापार किया है। अब जीएसटी के कारण कंप्यूटर रखना होगा, कैसे रखेंगे। उसी तरह से पीतल के उद्योग के साथ किया। नोटबंदी करके आप लोगों से मोदी ने कहा कि आप देशभक्त हैं। लोगों से कह दिया कि देश भक्ति दिखाइये और कतार में खडे हो जाइये। आप कतार में खड़े हो गए लेकिन कोई नेता या भाजपा का मंत्री किसी लाइन में लगा? जब आवारा पशु खेत बर्बाद कर रहे हैं तो कोई मंत्री नहीं आता फसल बचाने के लिए। कहा था कि काला धन देश में आएगा लेकिन केवल परेशानियां आई और पचास लाख रोजगार कम हुए हैं। इन लोगों ने नोटबंदी से तमाम रोजगार चौपट किये। दो करोड़ रोजगार बनाने का वादा किया लेकिन पांच करोड़ रोजगार इनके शासन में घटे हैं। तमाम नौजवान सड़क पर आ गए। मनरेगा को दुर्बल कर दिया। मनरेगा में मजदूरी नहीं मिलती। रुपये ठेकेदारों को दिये जा रहे हैं।
प्रियंका ने कहा कि 2014 के चुनावमें कहा था 15 लाख देंगे। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कह दिया कि वह तो जुमला था। अब 2019 चुनाव आ गया तो किसान सम्मान योजना लाए हैं। आपके खाते में दो दो हजार डाल रहे हैं। कहां 15 लाख के सपने और कहां दो हजार रुपये। उसकी भी असलियत यह है कि कुछ लोगों के खाते से जो दो हजार डाले उसे भी निकालना शुरू कर दिया।
प्रियंका ने कहा कि आपकी समस्याओं को सुलझाने के लिए कुछ नहीं किया। पांच साल बीत गए और किसानों को साल में छह हजार रुपये देना चाहते हैं। छह हजार रुपये दस सदस्यों के परिवार में एक रुपया प्रति सदस्य हुआ। यह किसान सम्मान योजना है या किसान अपमान योजना? प्रियंका ने कहा कि आपके किसान बीमा को भी इन लोगों ने लूटा है। इनकी सरकार ने उद्योगपतियों को आपका पैसा बांट दिया। ऐसे लोगों को बांट दिया जिनके पास पहले से पैसा है। लेकिन किसानों को पैसा नहीं दे रहे हैं। इस सरकार ने आपको धोखा दिया गया है। अपना भविष्य बनाइये, अपना देश बचाइये, नई सरकार बनाइये।