राजनीति

अब राहुल जायेंगे अपने पुराने बंगले में, अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड भी जाने का कार्यक्रम, बोले मेरा घर पूरा हिंदुस्तान!

रमेश शर्मा
8 Aug 2023 4:34 PM IST
अब राहुल जायेंगे अपने पुराने बंगले में, अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड भी जाने का कार्यक्रम, बोले मेरा घर पूरा हिंदुस्तान!
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राहुल गांधी सिर्फ उनके सांसद नहीं हैं बल्कि परिवार के सदस्य जैसे हैं। कुल मिलाकर राजनीति में अक्सर यह देखा जाता है कि समय-समय पर इस तरह के राजनीतिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को जहां गुजरात की एक निचली अदालत और गुजरात हाई कोर्ट द्वारा दिए गए एक आदेश ने जहां उनको कई वर्षों तक रहे एक बंगले को खाली करने को मजबूर होना पड़ा, वहीं दूसरी ओर सांसदी समाप्त हो जाने के बाद अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड में भी जाने का अवसर मिला। लेकिन 4 अगस्त के सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय में वापिस राहुल को उसी जगह लाकर खड़ा कर दिया जहां वे गुजरात के दो न्यायालयों के आदेश से पहले हुआ करते थे।

सोमवार को राहुल गांधी पुनः संसद भवन पहुंच गए वही आज दूसरे दिन मंगलवार को उन को सांसद के रूप में एक बार फिर से वही बांग्ला अलोट हो गया जिसमें उन्होंने बरसों बिताए थे। सांसदी समाप्त हो जाने के बाद 22 अप्रैल को उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ा था। बताया जाता है की लोकसभा की हाउस आवंटन समिति ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद मंगलवार को उनको पुराना सरकारी आवास आवंटित कर दिया है। उन्हे इस की जानकारी तब मिली जब वे असम कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक के लिए एआईसीसी मुख्यालय पहुंचे।

जब राहुल से मीडिया ने अपना आधिकारिक आवास वापस आवंटन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरा घर तो पूरा हिंदुस्तान है। अबे इस बंगले में जिसे तुगलक रोड पर 12 नंबर के बंगले से पहचाना जाता है मैं कब शिफ्ट होंगे यह तो फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन हां और राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं समझा जाता है कि वह वीकेंड तक वायनाड जा सकते हैं। एक ट्वीट के माध्यम से कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी जी 12-13 अगस्त को अपने लोकसभा क्षेत्र वायनाड का दौरा करेंगे। वायनाड के लोग इस बात से खुश हैं कि लोकतंत्र की जीत हुई और संसद में उनकी आवाज वापस लौट आई है।

राहुल गांधी सिर्फ उनके सांसद नहीं हैं बल्कि परिवार के सदस्य जैसे हैं। कुल मिलाकर राजनीति में अक्सर यह देखा जाता है कि समय-समय पर इस तरह के राजनीतिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। राहुल गांधी के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ पहले कुछ खोना पड़ा और फिर वापस सब जैसा था वैसा हो गया। देखने वाली बात यह होगी कि विपक्षी दलों के नए संगठन में राहुल गांधी को कितना महत्व मिलेगा। हांलकी जिस दिन सुप्रीम कोर्ट का निर्णय था उसी दिन राहुल गांधी ने दिल्ली स्थित लालू यादव के निवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी जब राहुल गांधी वहां पहुंचे तो लालू यादव ने राहुल को गले लगा कर उन्हें बधाई भी दी थी।

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