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किसान आंदोलन का 16वां दिन आज, अमृतसर की धर्मार्थ सेवा कराती है किसानों को भोजन प्रदान
दिल्ली: अमृतसर से आने वाली धर्मार्थ सेवा आंदोलनकारी किसानों को भोजन प्रदान करती है. ये किसान यूपी के गाजीपुर सीमा पर नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. पिछले पंद्रह दिन से ये किसान लगातार इस बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे है.
अमृतसर की धर्मार्थ सेवा प्रतिष्ठान के वरिष्ठ सदस्य कहते हैं, "सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खाना खाने वालों की कोई गिनती नहीं है. हम खाना परोसते हैं, सुबह हमारा सिलसिला शुरू होता है जो देर रात ही बंद होता है.
किसान आंदोलन लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जबकि सरकार अब तक पांच दौर की बातचीत कर चुकी है जबकि भारत बंदी के बाद उसी दिन एक वार्ता देश के गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी हो चुकी है. जबकि उस वार्ता से सबको कुछ न कुछ नतीजा निकलने के उम्मीद नजर आ रही थी तो वहीं नतीजा सिफर निकला.
उसके दूसरे दिन सरकार ने अपने अधिकारीयों का एक ग्रुप सीमा पर किसान के साथ बैठकर बात करने के लिए भेजा उसके बाद सरकार ने एक संसोधन करने के पस्ताव दिया . जिसे किसान ने उसे ठुकरा दिया है. लेकिन सरकार ने अभी अपनी उम्मीद छोड़ी नहीं है.
बता दें कि सरकार अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है जबकि किसान भी पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे है . अब देखना यह होगा कि झुकता कौन है.