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नागरिकता बिल को लेकर PM मोदी ने असमिया से किया अपील
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक, सीएबी, राज्यसभा से पारित हो गया है. संसद के उच्च सदन में नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में 125 वोट मिले, जबकि बिल के खिलाफ सिर्फ 105 वोट ही पड़े. यह बिल लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है, अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद नागरिकता अधिनियम 1955 में संशोधन हो जाएगा. गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन बिल बुधवार दोपहर में ही राज्यसभा में पेश किया था।
लेकिन नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ पूर्वोत्तर में प्रदर्शन जारी है. असम में विरोध सबसे ज्यादा है. गुवाहाटी में प्रदर्शनकारियों ने सरेआम पस फूंक दी तो तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन जलाई गई हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के लोगों से शांति की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं असम के अपने भाइयों और बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं- कोई भी आपके अधिकारों, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति को नहीं छीन सकता है. यह फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा.'
असम के लोगों से अपील करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं और केंद्र सरकार अनुसूचि 6 की भावना के अनुसार असमिया लोगों के राजनीतिक, भाषाई, सांस्कृतिक और भूमि अधिकारों को संवैधानिक रूप से संरक्षित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.'