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राहुल गांधी बोले, बाइस साल की राजनीति में पहली बार समझ में आया की राजनीति है क्या?
रमेश शर्मा
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर है। इस दौरान राहुल गांधी कई संस्थानों के प्रतिनिधियों से से मिल भी रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा उनका फोकस मानहानि मामले में उनकी संसद की सदस्यता समाप्त होने पर है।।
राहुल गांधी का यह भी मानना है कि 22 साल के राजनीतिक जीवन में उन्होंने पहली बार यह महसूस किया है कि मानहानि के मामले में उन्हें सबसे बड़ी सजा मिली है।। राहुल ने कहा है कि उन्होंने कभी ऐसा सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी हो सकता है।अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी।
राहुल ने आगे कहा कि लेकिन राजनीतिक तौर पर इससे मुझे ज्यादा बड़ा मौका मिला है। राहुल ने कहा की जो राजनीति में आने के समय सोचा था और आज जो चल रहा है, वह एक दूसरे से बिल्कुल अलग है, संसद सदस्यता के जाने का जिक्र करते हुए कहा की उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा कुछ होना भी संभव है। कुल मिलाकर राहुल का विदेश दौरे के तहत राहुल का फोकस भाजपा को निशाना बनाने पर है। उनका यह कहना इस बात का भी संकेत देता है की वे इस बहाने विदेश में संसदीय पद से हटाने के मामले से राजनीतिक संदेश देकर अमेरिका में बसे भारतीयों की सहानुभूति बटोरना चाहते है। जिसको लेकर कहा जा सकता है की संसद की सदस्यता समाप्त होने पर जितनी टिप्पणि हिंदुस्तान में राहुल गांधी ने नहीं की उससे कहीं बढ़कर विदेश में कर रहे हैं।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस में नई ऊर्जा देने के लिए वे तत्परता और राजनीतिक गंभीरता से जुड़े हुए है। देखने वाली बात यह होगी की मानहानि के प्रकरण में उनके संसद की सदस्यता समाप्त होने के प्रकरण को मतदाताओं के बीच कितना भुना पाते हैं!