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राहुल गांधी बोले- PM मोदी का देश पर नहीं अपनी 'इमेज' पर फोकस, सारी संस्थाएं इसी काम में जुटी

Arun Mishra
23 July 2020 6:28 AM GMT
राहुल गांधी बोले- PM मोदी का देश पर नहीं अपनी इमेज पर फोकस, सारी संस्थाएं इसी काम में जुटी
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राहुल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि पीएम मोदी का 100 प्रतिशत फोकस केवल अपनी इमेज बनाने पर है.

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ट्रथ विद राहुल गांधी सीरीज का तीसरा वीडियो आज रिलीज हुआ है. अपनी इस वीडियो सीरीज के जरिए राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. इस वीडियो को शेयर करते हुए राहुल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि पीएम मोदी का 100 प्रतिशत फोकस केवल अपनी इमेज बनाने पर है. सारी संस्थाएं इसी काम में जुटी हैं. एक व्यक्ति की छवि एक राष्ट्रीय दृष्टि का विकल्प नहीं है.

चीनियों से मानसिक मजबूती से निपटना होगा

चीन से कैसे निपटना चाहिए ये बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, "आपको चीनियों के साथ मानसिक मजबूती से निपटना पड़ेगा. यदि आप उनसे निपटने के लिए मजबूत स्थिति में हैं, तभी आप काम कर पाएंगे. उनसे वो हासिल कर पाएंगे, जो आपको चाहिए और यह सचमुच किया जा सकता है. लेकिन अगर उन्होंने कमजोरी पकड़ ली, तो फिर गड़बड़ है."

स्पष्ट दृष्टिकोण जरूरी

उन्होंने आगे कहा, "पहली बात, आप बगैर किसी स्पष्ट दृष्टिकोण के चीन से नहीं निपट सकते और मैं केवल राष्ट्रीय दृष्टिकोण की बात नहीं कर रहा. मेरा मतलब अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से है. बेल्ट एंड रोड, यह धरती की प्रकृति को ही बदलने का प्रयास है. भारत को वैश्विक दृष्टिकोण अपनाना ही होगा. भारत को अब एक विचार बनना होगा और वह भी वैश्विक विचार."

चीन से निपटने के अपने तरीके बदलने की बात करते हुए राहुल बोले, "दरअसल, बड़े स्तर पर सोचने से ही भारत की रक्षा की जा सकती है. जाहिर सी बात है कि सीमा विवाद भी है और हमें इसका समाधान भी करना है, लेकिन हमें अपना तरीका बदलना होगा. हमें अपनी सोच बदलनी होगी. इस जहगह हम दोराहे पर खड़े हैं. अगर हम एक तरफ जाते हैं, तो हम बड़ी भूमिका में आएंगे. और अगर दूसरी तरफ चले गए, तो हम अप्रासंगिक हो जाएंगे."

एक बड़ा अवसर गंवाया जा रहा है

बड़ा अवसर गंवाने की बात करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "इसलिए मैं चिंतित हूं, क्योंकि मैं देख रहा हूं कि एक बड़ा अवसर गंवाया जा रहा है. क्यों? क्योंकि हम दूर की नहीं सोच रहे और क्योंकि हम अपना आंतरिक संतुलन बिगाड़ रहे हैं. हम आपस में लड़ रहे हैं. जरा राजनीति की तरफ देखिए, दिनभर, सारा दिन भारतीय आपस में लड़ रहे हैं. और इसका कारण है, आगे बढ़ने के लिए किसी स्पष्ट दृष्टिकोण का नहीं होना और मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री प्रतिद्वंद्वी हैं."

मेरा दायित्व है कि मैं प्रश्न पूछूं

इसके बाद राहुल गांधी ने आखिर में कहा, "मेरी जिम्मेदारी उनसे प्रश्न पूछने की है. मेरा दायित्व है कि मैं प्रश्न पूछूं. दबाव डालूं, ताकि वो काम करें. उनकी जिम्मेदारी है कि वो दृष्टिकोण दें, जो कि नहीं हो रहा है. मैं दावे से आपको कहता हूं कि दृष्टिकोण नहीं है और इसलिए ही आज चीन भारत की भूमि पर घुसा है."



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