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Rahul Gandhi's birthday today: राहुल गांधी की ये है सबसे ख़ास बात
आवेश तिवारी
आपके लिए यह भविष्य के प्रधानमंत्री होंगे या फिर एक ऐसा नेता जो अपनी पार्टी को पुनर्स्थापित करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं या फिर पंडित नेहरू और इंदिरा जी के परिवार का एक नाम। मैं जब राहुल गांधी का नाम लेता हूँ तो उसका मतलब अलग होता है। मैं उन्हें उस व्यक्ति के तौर पर देखता हूँ जिसने किसी आम हिन्दुस्तानी की तरह बार बार हारने के बावजूद लड़ने की ठान रखी है, मैं राहुल गांधी को उस व्यक्ति के तौर पर देखता हूँ जो इस देश को इस देश के लोगों को उनके सुख दुःख को उनकी कहानियों को उतनी ही शिद्दत से जाना चाहता है जिस शिद्दत से हर उस आदमी को जानना चाहिए जिसके लिए देश का मतलब भौगौलिक चाह्रदीवारियाँ और झूठा राष्ट्रवाद नही देश की जनता होती है। राहुल गांधी की जो सबसे ख़ास बात मुझे नज़र आती है वो यह है कि वो आम बनना चाहते हैं,आम दिखना चाहते हैं, आम रहना चाहते हैं, ख़ास नही।
फिर से कहता हूँ कि आने वाले 100 वर्षों बाद भी इस बात की चर्चा ज़रूर होगी कि जब भारत पर कायरों का राज था एक व्यक्ति ऐसा था जो कह रहा था, सवालों पर सवाल पूछ रहा था, नाक में दम करके रखा था।अभी लाकडाउन से ठीक पहले की बात है जब मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य और शिवराज छल प्रपंच से सरकार बनाने की जोड़ तोड़ में लगे थे , कांग्रेस भी सरकार के बचे रहने का दावा कर रही थी। हमने कांग्रेस के एक साथी से पूछा कि क्या राहुल गांधी ने भाजपा के विधायकों को ख़रीदने की बात कमलनाथ या फिर उनके साथियों को कही होगी? कांग्रेस के उस बड़े नेता ने कहा कि आपका दिल क्या कहता है? हमने कहा वह ऐसा नही कर सकते असम्भव है। उन्होंने तपाक से कहा ' आवेश जी, राहुल ऐसा कुछ नही कर सकते जिसमें छल हो प्रपंच हो, उन्होंने कमलनाथ से कहा है कि आप सरकार बचा सकते हों तो बिना ख़रीद फ़रोख़्त के बचा ले और जा रही हो तो जाने दें।
मैंने लम्बे समय तक कांग्रेस को कवर किया है। शायद इंदिरा जी के ज़माने भी नही होता हो लेकिन राहुल गांधी को और उनके काम को नज़दीक से देख कभी कभी आश्चर्य होता है कि वह उन लोगों को भी क्षमा कर देते हैं जिन्होंने उनके साथ लगातार घात प्रतिघात किया। स्वर्गीय अजीत जोगी को पार्टी से निकाल दिया गया था उन्होंने अलग पार्टी खड़ा कर ली। उनकी पत्नी रेणु जोगी से हमने विधानसभा चुनाव के पहले पूछा क्या करेंगी अब? टिकट न मिला तो? उन्होंने कहा एक खिड़की हमेशा खुली रहती है मुझे लगता है राहुल जी से कहेंगे तो बात बन जाएगी।ज्योतिरादित्य ने पार्टी छोड़ी राहुल ने कहा 'उनका मन वहाँ नही लगेगा वो घबरा गए शायद'।
यह बात कम लोग जानते होंगे कि तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद मुख्य्मंत्री पद के बँटवारे का फ़ैसला राहुल गांधी के मौजूदगी में ज़रूर हुआ था लेकिन तीनो राज्यों के दावेदारों ने राहुल गांधी के निवास पर राहुल की अनुपस्थिति में बैठकर श्रेष्ठ का चुनाव किया था कि हममें से कौन मुख्य्मंत्री बनेगा? ऐसा हरगिज़ नही था कि रहौल गांधी ने कोई फ़ैसला लिया और ज़बरन लाद दिया। कांग्रेस पार्टी के भीतर आज जो लोकतंत्र की फ़सल लहलहा रही है उसकी बड़ी वजह राहुल गांधी हैं। जन्मदिन मुबारक हो राहुल भाई।