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तो क्या बीजेपी ने महाराष्ट्र का बदला मध्यप्रदेश में चुकाया
भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र का बदला कांग्रेस की सरकार को झटका देते हुए कांग्रेस के कददावर नेता को बीस विधयाकों समेत बीजेपी में शामिल करा दिया है. इससे कमलनाथ सरकार अब अल्पमत में आ गई है उधर अब बीजेपी बहुमत में आ गई है. यही गेम उसने कर्नाटक में खेला था अब यही गेम उसने मध्यप्रदेश में खेल दिया है. फिलहाल सरकार अब अल्पमत में आ गई है.
मध्यप्रदेश के राजनीतिक हालात पर कांग्रेस के नेता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अब लग रहा है कि कांग्रेस की सरकार नहीं रहेगी. हमें विपक्ष में बैठने के लिए तैयार रहना चाहिए, मजबूत विपक्ष बनकर काम करेंगे. हम कमर कसकर तैयार हैं. हम जनता के बीच जाएंगे और उम्मीद है कि जनता हमें फिर से चुनेगी.
बिसाहूलाल साहू ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं, 1980 से मैं विधायक हूं. लगातार मेरी उपेक्षा की गई.जिस हिसाब से कमलनाथ सरकार चल रही है आने वाले समय में अधिकांश विधायक कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होंगे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद 19 कांग्रेस विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया है. इसमें मध्य प्रदेश के 6 राज्य मंत्री भी शामिल हैं जो फिलहाल बेंगलुरु रिसॉर्ट में हैं.
पिछले काफी दिनों से एक चर्चा थी कि ज्योतिरादित्य सिंधिया नाराज चल रहे है. लेकिन न जाने क्यों कांग्रेस अनदेखी करती रही और आज उसने एक राज्य की सरकार गंवा दी है. अब फिलहाल मध्यप्रदेश में महाराज परिवार ने अपनी पार्टी के प्रति वफादारी पर फिर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा दिया है. लेकिन बीजेपी ने अपना पुराना महाराष्ट्र का बदला जरुर ले लिया.
उधर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब तक सिंधिया जी कांग्रेस में थे तब तक महाराजा थे और आज माफिया हो गए. ये दोहरे मापदंड कांग्रेस को शोभा नहीं देते है.
लेकिन एक सवाल जरुर है कल तक सिंधिया कांग्रेस के निशाने पर थे तो आज उनके वफादार कैसे हो गए?
खैर राजनीत में सब चलता है कब कौन किसके साथ चला जाय अब देखना यह बाकी है अब अगला राज्य कौनसा होगा.