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तो क्या पीएम मोदी केरल में बना रहे फील्ड, लड़ सकते है लोकसभा चुनाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल में लगातार काम कर रहे है। पीएम मोदी जब किसी राज्य में विशेष महरवान होते है तो इसके पीछे भी कोई न कोई गुना गणित होता है। इसको लेकर अब एक मन में शंका पैदा हो रही है कि नरेंद्र मोदी अब राहुल गांधी के खिलाफ केरल में लड़ सकते है लोकसभा का चुनाव। हालांकि सीट वायनाड़ नहीं कोई ओर होगी।
वहीं पीएम मोदी ने केरल मे कहा, केरल बहुत ही जागरूक, समझदार और शिक्षित लोगों का प्रदेश है। यहां के लोगों का सामर्थ्य, विनम्रता, परिश्रम उनकी एक विशिष्ट पहचान बनाता है। आप सभी देश-विदेश की परिस्थितियों से भी भली भांति परिचित रहते हैं।
उन्होंने कहा, अभी तक जितनी भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चली हैं उनकी एक विशेषता यह भी है कि वो हमारे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पर्यटन स्थलों को भी जोड़ रही है। केरल की पहली वंदे भारत ट्रेन भी नॉर्थ केरल को साउथ केरल से जोड़ेगी। आधुनिक सुविधाओं से लेस यह ट्रेन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना तेज गति से यात्रा का शानदार अनुभव देगी।
इसके पीछे कई तर्क है
अभी पीएम मोदी उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद है और वहाँ से तो वो जरूर चुनाव लड़ेंगे लेकिन जिस तरह उन्होंने 2014 में दो लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था इस बार भी लड़ सकते है। जिस तरह से केरल को रोज नई नई सौगात देकर माहौल बनाने का प्रयास शुरू हो चुका है।
भारत के सभी हिंदी भाषी राज्यों जैसे कि यूपी , बिहार, झारखंड, एमपी , राजस्थान , हरियाणा , दिल्ली , हिमाचल , उत्तराखंड ,छत्तीसगढ़ में लोकसभा की ज्यादातर लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। तो इन राज्यों में बीजेपी को माइलेज मिलता दिख नहीं रहा है। इसमें घट सकती है लेकिन बढ़ना बहुत मुश्किल का काम है क्योंकि सीटें ही नहीं बची। राजस्थान , एमपी , दिल्ली , हिमाचल , हरियाणा , उत्तराखंड बिहार , झारखंड यूपी छत्तीसगढ़ में दो दर्जन सीटें भी विपक्ष के पास नहीं जबकि इन राज्यों में कुल लोकसभा सीटें 222 आती है।
जिसमें अगर बात करें तो दो दर्जन सीटें भी विपक्ष के पास नहीं है अगर यूपी की 15 सीटें अलग कर दो फिर तो आप अंगुली पर भी गईं सकते है।
तो एसे में पीएम मोदी के लिए एक उनका बड़ा राज्य कर्नाटक संकट में फंस गया है जबकि महाराष्ट्र में भी कुछ राहत मिलती नजर नहीं आ रही है कारण वही सभी सीटें आपके पास है तो बढ़ेंगे किधर लिहाजा आपके पास केरल , तमिलनाडु , आंध्रप्रदेश , तेलंगाना राज्य बचते है। इसके लिए आपको दक्षिण में एंट्री करनी होगी तो मोदी जी केरल को सबसे मुफीद मानकर चल रहे है।
लिहाजा गुना गणित के सहारे आपको बताना चाह रहे है कि पीएम मोदी केरल मे चुनाव लड़ने की बात साकार कर सकते है। क्योंकि इससे पूरे दक्षिण का मामला हाथ में आएगा। उधर पीएम मोदी के केरल में चुनाव लड़ने से राहुल के सामने भी बीजेपी संकट खड़ा करने का प्रयास करेगी हालांकि इस बार तो सजा के कारण शायद राहुल चुनाव न लड़ सकें।
इन कारणों से मोदी जी लगातार कर्नाटक में चुनाव होने का बाद भी प्रचार में न जाकर केरल में रोड शो कर रहे है हालांकि केरल और कर्नाटक बॉर्डर के राज्य है तो उसका असर तो जरूर पड़ेगा। लेकिन यह पहला चुनाव होगा जहां मोदी प्रचार में जआने से परहेज कर रहे है