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सोनिया ने अचानक बुलाई महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा ?
नई दिल्ली। राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी को फिर से पटरी पर लाने की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी अपने हाथों में ली है तब से सोनिया गांधी पूरे तेवर में नजर आ रही है हर समय अलग-अलग फैसले ले रही है, इसके लिए शुरुआती कवायद भी उन्होंने शुरू भी कर दी है कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में जब नेताओं ने बैठक के बीच खबरें बाहर लीक होने की बातें कहीं तो आनन-फानन में सोनिया ने बैठकों में मोबाइल लाने पर पाबंदी लगाने का पहला फैसला लिया था।
तो अंतरिम अध्यक्ष इस बार पार्टी के महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की एक अहम बैठक शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली है। इस बैठक में संगठन को चुस्त-दरुस्त बनाने और इस साल के आखिर तक चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों तैयारियों पर चर्चा होगी। सूत्रों से मिली जानकारी से इस बैठक में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और उसके बाद के हालात, केन्द्र सरकार की नीतियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
हालांकि सोनिया गांधी के कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद राज्य प्रभारियों और प्रदेश महासचिवों की यह पहली बैठक है। इस बैठक में सोनिया गांधी जहां प्रदेश प्रभारियों से उनके प्रभार वाले राज्यों में संगठन के कामकाज पर चर्चा करेंगी वहीं राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार की घेराबंदी के लिए भी महासचिवों के साथ रणनीति तैयार होगी।
यह बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और झारखंड में विधानसभा चुनाव की आहट तेज हो गई है। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन और सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस नेताओं की बातचीत चल रही है। झारखंड में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच गठजोड़ की पटकथा तैयार बताई जा रही है। हरियाणा में पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को विधान मंडल दल का नेता नियुक्त करने के साथ ही चुनाव प्रबंधन समिति की बागडोर भी सौंप दी है। पार्टी ने कुमारी शैलजा को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं दिल्ली मे कांग्रेस को नए अध्यक्ष और ऐसे चेहरे की तलाश है जिसके बूते पार्टी विधानसभा चुनावों में मजबूती से ताल ठोक सके।