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बसपा के पूर्व विधायकों में जबरदस्त फूट: दिल्ली में अहमियत नही मिलने से विधायकों में नाराजगी
कांग्रेस में बसपा से आए छह विधायकों में जबरदस्त आपसी फूट पड़ गई है । इस फूट और मतभेद का नतीजा है कि छह विधायकों में से दो विधायक दीपचंद खैरिया और जोगिंदर सिंह अवाना ने दूरी बनाते हुए दिल्ली जाने से साफ इंकार कर दिया है । जबकि चार विधायक दिल्ली पहुंच गए है। दिल्ली गए विधायको की अगुवाई राजेन्द्रसिंह गुढा कर रहे है । गुढा और तिजारा के विधायक संदीप यादव मंत्री बनने के लिए उछल कूद कर रहे है । ऐसा आरोप बसपा के अन्य विधायक लगा रहे है ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपना वादा पूरा कराने के लिए बसपा से कांग्रेस में आए छह विधायको में से चार दिल्ली पहुंच चुके है । यहां ये चारों बसपाई विधायक कांग्रेस के आला नेताओ से मिलकर आग्रह करेंगे कि जिस वादे के आधार पर उन्होंने बसपा का दामन छोड़कर कांग्रेस जॉइन की, वे वादे अविलम्ब पूरे किए जाए। फिलहाल किसी बड़े नेता से इनकी मुलाकात नही हुई है ।
इन बसपाइयो का इरादा राजस्थान के प्रभारी अजय माकन, संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी से मिलने का कार्यक्रम है । लेकिन अभी तक किसी नेता ने इनको मिलने का समय नही दिया है। बसपा के एक विधायक ने बताया कि गहलोत इस वादे पर उन्हें कांग्रेस में लाए थे कि मंत्री बनाने के अलावा सभी को उचित सम्मान दिया जाएगा । लम्बा अरसा बीतने के बाद भी आज तक सीएम ने अपना वादा पूरा नही किया ।
विधायक का कहना है कि जब सरकार वेंटिलेटर पर थी, तब हम लोगों ने सरकार बचाई । यहां तक कि गहलोत सरकार बचाने के चक्कर मे हमारी विधायकी पर भी खतरा मंडरा रहा है । पिछले एक साल से गहलोत बहाने बनाकर मंत्रीमण्डल विस्तार को टालते आ रहे है । दिल्ली यात्रा का एकमात्र मकसद बड़े नेताओं को गहलोत द्वारा दिये आश्वासन की याद दिलाना है ।
इस विधायक का कहना है कि जब गहलोत सरकार हिचकोले खाते हुए डूबने के कगार पर थी, उस वक्त सरकार को हमने बचाया था । काम निकलने के बाद सीएम का रवैया पूरी तरह बदल गया है । विधायक ने चेतावनी दी है कि जो बचाना जानता है, उसे डुबोने की कला भी आती है ।
उधर बसपा के पूर्व विधायक दीपचंद खैरिया और जोगेंद्र सिंह अवाना ने साफ लफ्जो में कहाकि हम पूरी तरह गहलोत के साथ है । हम मंत्री बनने के लिए नही, गहलोत की नीतियों की वजह से बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए थे । खैरिया ने कहाकि राजेन्द्र गुढा के अलावा हम में से कोई मंत्री पद के लिए भागदौड़ नही कर रहा है । केवल गुढा मंत्री बनने के लिए उतावले हो रहे है ।
दीपचंद खैरिया कल अपने निर्वाचन क्षेत्र खैरथल में थे । सीएम के बुलावे पर वे कल ही रात को जयपुर पहुंच गए । लंबी बातचीत के बाद खैरिया ने सीएम को भरोसा दिलाया कि वे निस्वार्थ भाव से साथ है । ज्ञात हुआ है कि गुढा को भले ही मंत्री पद नही मिले, लेकिन खैरिया को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है । वे अकेले ऐसे विधायक है जिन्होंने अपने क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास कार्य करवाए है ।