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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिला से जो भाषण दिया वो बड़ा बेतुका लगा। पीएम मोदी ने देश के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस को समाप्त करने के लिए जनता से बात की। जबकि लालकिले की प्राचीर से देश के लिए घोषणा और नए कामों की जानकारी जनता को दी जाती है। लेकिन पीएम ने उसी मंच से एक राजनैतिक भाषण देकर अपने को कमजोर साबित कर दिया। मोदी सरकार जिस तरह देश के कई राज्यों में उत्पन्न स्तिथि पर नाकाम डबल इंजन की सरकार पर खामोश है तो लोगों को डबल इंजन की सरकार के लिए प्रेरित क्यों करती है।
मैंने कई बार पीएम मोदी और बीजेपी के नेताओ के उस भाषण का भी विरोध किया जिसमें वो कहते है कि अगर आपने बीजेपी को वोट नहीं दिया तो इस राज्य का विकास रुक जाएगा। और तो और जब देश के गृहमंत्री कहें कि सत्ता बदलने पर दंगों की भरमार हो जाएगी तो हम सुरक्षा की बात किस्से करेंगें। यह सवाल जनता को जब बीजेपी और कांग्रेस चुनाव में जाए तब सबसे सवाल करना चाहिए। जनता को पूंछना चाहिए कि आपके काम का रोड मेप क्या है।
आइए अब पीएम के भाषण पर चर्चा करें। जहां पीएम की इस भाषण में परिवार वाद हावी रहा वो राजनीत का सबसे बड़ा झूठ है क्योंकि कोई भी पार्टी इससे न अछूती थी न है। बात अगर विजया राजे सिंधिया का परिवार बेटी मंत्री एक बेटी सीएम रह चुकी है अभी भी कतार में है नाती केंद्र में मंत्री है, यह बीजेपी का परिवरवाद है। नंबर दो बीजेपी के हिन्दू हृदय सम्राट का खिताब पा चुके कल्याण सिंह खुद राज्यपाल राजस्थान राज्य के थे तब उनका पोता संदीप सिंह यूपी सरकार में मंत्री थे और आज भी है जबकि उनके बेटे राजवीर सिंह एटा लोकसभा क्षेत्र से सांसद है ये परिवार वाद नहीं तो और क्या है।
उसके बाद पीयूष गोयल केंद्र में मंत्री है उनके पिताजी बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे थे। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिताजी प्रेम कुमार धूमल बीजेपी के हिमाचल राज्य के सीएम रह चुके है। बीजेपी महासचिव कैलाश विजय वर्गीय के बेटे आकाश विजय वर्गीय इंदौर से विधायक है।
इस सब पर आज बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में इस पर अपना एक बाद वक्तव्य दिया है उसे सुनिए उन्होंने लगभग दो दर्जन परिवार के नाम बीजेपी में सुझाए है। जबकि राजद में लालूप्रसाद, सपा में मुलायम सिंह यादव परिवार, कांग्रेस में गांधी परिवार और अन्य दलों में एक एक परिवार हो सकता है लेकिन बीजेपी के दो दर्जन परिवार सक्रिय राजनीत करें तो क्या उस पर कोई सवाल नहीं या फिर आप कहें वही सही।