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कांग्रेस पार्टी से बिछड़े दो नेता, सोनिया गांधी से मिले
कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सोनिया गांधी लगातार उन नेताओं से मुलाकात कर रहीं हैं, जो या तो कांग्रेस से निकाले गए या नाराजगी के कारण पार्टी छोड़ दी है। इसी तरह आज यानि 5 सितंबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि शकील अहमद की कांग्रेस में वापसी हो सकती है। लोकसभा चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाद अहमद को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था।
बिहार की मधुबनी लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने शकील अहमद को कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। महागठबंधन के फॉर्म्युले के तहत मधुबनी सीट विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के खाते में गई थी। शकील अहमद ने पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी रण में उतरने का फैसला किया था।
शकील अहमद मधुबनी लोकसभा सीट से साल 1998 और 2004 में सांसद रह चुके हैं। वह 1985, 1990 और 2000 में विधायक भी थे. अहमद राबड़ी देवी की अगुआई वाली बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. इसके बाद उन्होंने 2004 में मनमोहन सिंह सरकार में संचार, आईटी और गृह राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला।
हालांकि शकिल अहमद से पहले आम आदमी पार्टी छोड़ने का एलान कर चुकीं बागी विधायक अलका लांबा आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 4 सितंबर को मिलीं थी। इसी के साथ ही उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं।
अलका लांबा ने सोनिया गांधी से मुलाकात की तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए बताया कि उनकी सोनिया गांधी से किस विषय पर बातचीत हुई। लांबा ने ट्वीट किया- 'श्रीमती सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष ही नहीं यूपीए की चेयरपर्सन भी हैं और सेकुलर विचारधारा की एक बहुत बड़ी नेता भी। देश के मौजूदा हालात पर उनसे लंबे समय से चर्चा Due थी।आज मौक़ा मिला तो हर मुद्दे पर खुल कर बात हुई। राजनीति में ये विमर्श का दौर चलता रहता है और चलते रहना चाहिए।'
बीते दिनों चांदनी चौक विधानसभा सीट से विधायक अलका लांबा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगातार ट्वीट करके बगावत के संकेत देती रही हैं। अलका लांबा ने रविवार को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी।उन्होंने ट्वीट कर पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही। अपने ट्वीट में अलका लांबा ने लिखा, "आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौता करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दूं, जिसकी घोषणा आज की भी गई है और अगला चुनाव चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर लडूं."
बता दें कि अलका लांबा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से ही की थी। वह जब कांग्रेस में थीं तो कई मौकों पर राहुल गांधी के लिए आवाज उठाते हुए देखा गया था। बाद में उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली और चांदनी चौक से विधायक हैं। वह अक्सर ही अपने सोशल मीडिया पर अकाउंट के माध्यम से मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनकी सरकार की आलोचना करती रही हैं।