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UP Election 2022 : यूपी चुनाव से पहले भाजपा को लगा झटका, पूर्व विधायक मनोज चौधरी RLD में हुए शामिल

Sakshi
1 Jan 2022 9:09 AM GMT
UP Election 2022 : यूपी चुनाव से पहले भाजपा को लगा झटका, पूर्व विधायक मनोज चौधरी RLD में हुए शामिल
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मनोज चौधरी का कहना है कि अब वह देवबंद से रालोद और सपा के गठबंधन प्रत्याशी होंगे हालांकि रालोद या समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक इस प्रकार की कोई भी घोषणा नहीं की गई है..

UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा से ठीक पहले जनपद में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार 31 दिसंबर को देवबंद विधानसभा सीट से विधायक रहे मनोज चौधरी अपनी पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गायत्री चौधरी के साथ भाजपा छोड़ राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हो गए। बता दें कि वे 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर सहारनपुर देहात सीट से लड़ चुके हैं। दिल्ली में उन्होंने रालोद ज्वाइन कर लिया। मनोज चौधरी को अब उम्मीद है कि उन्हें रालोद से देवबंद का टिकट मिल सकता है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मनोज चौधरी का कहना है कि अब वह देवबंद से रालोद और सपा के गठबंधन प्रत्याशी होंगे हालांकि रालोद या समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक इस प्रकार की कोई भी घोषणा नहीं की गई है। अभी केवल मनोज चौधरी व उनकी पत्नी को सदस्यता ग्रहण कराई गई है। मनोज चौधरी ने कहा कि उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा छोड़ी है और रालोद का दामन थामा है। मीडिया में खबर है कि चुनाव से ठीक पहले जिस तरह से पूर्व विधायक ने अपनी पत्नी के साथ भाषा छोड़ी है, इससे भाजपा को स्थानीय स्तर पर काफी नुकसान हो सकता है।

टिकट ना मिलने से थी नाराजगी

बता दे कि मनोज चौधरी लगातार बीजेपी में टिकट की दावेदारी कर रहे थे। पिछले चुनाव में भी मनोज चौधरी को टिकट नहीं मिल पाया था और इस बार भी उन्हें भाजपा से टिकट मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही थी। किसी से नाराज होकर मनोज चौधरी ने अपनी पत्नी समेत भाजपा का दामन छोड़ राष्ट्रीय लोकदल का हाथ थाम लिया। इसके बाद उनका दावा है कि वह देवबंद से गठबंधन के प्रत्याशी होंगे हालांकि रालोद की ओर से अभी ऐसी घोषणा नहीं हुई है लेकिन दल बदल की राजनीति से देवबंद में राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

मीटिंग में दिए थे भाजपा छोड़ने के संकेत

बता दे कि मनोज चौधरी ने भाषा छोड़ने से पहले समर्थकों के साथ अपनी एक मीटिंग की थी। इस सभा में मनोज चौधरी ने भाजपा को छोड़ने के संकेत भी दे दिए थे। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों का मन टटोलने की भी कोशिश की थी। जिससे यह माना जा रहा था कि मनोज चौधरी और उनके समर्थक भी जल्द ही भाषा छोड़ सकते हैं और किसी अन्य पार्टी का दामन थाम सकते हैं लेकिन इस मीटिंग के 24 घंटे के अंदर ही उन्होंने आधिकारिक रूप से बीजेपी को छोड़ने की घोषणा कर दी और रालोद का हाथ थाम लिया। जिसके बाद मनोज चौधरी ने दिल्ली में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ हाथ मिला लिया|

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