देश में महिला सशक्तिकरण के नाम पर राजनैतिक दलों में क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है। फिलहाल भाजपा इस मामले में नं. 1 पर नज़र आ रही है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के संसद से व्यापक समर्थन के साथ पास होने पर अब भाजपा जगह-जगह नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
यह मत सोचिए अचानक से इन दलों को महिला सशक्तिकरण की याद आ गई हैं... न जी... इसके पीछे एक बहुत बड़ा कारण है--
पहले जहाँ पुरुष बढ़-चढ़कर मतदान किया करते थे, बीते 1.5 दशक में महिलाओं ने भी वोटिंग में खूब दिलचस्पी दिखाई है। आज हाल ये है कि 66.6 फीसदी आस-पास पास महिलाएं वोट कर रही हैं।
अब आप इन राजनैतिक दलों के बदले हाव-भाव कारण बखूबी समझ ही गए होंगे। भाजपा जहाँ क्रेडिट लेने में फिलहाल नं. 1 पर नज़र आ रही है, वहीं कांग्रेस भी महिला सशक्तिकरण के नाम पर अपनी वाहवाही का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती।
कल (24 सितंबर 2023) को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने एक बहुत बड़ा ऐलान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर पोस्ट किया, जिसके अनुसार "कांग्रेस की 21 महिला नेता, 25 सितंबर को देश के अलग-अलग 21 शहरों में महिला आरक्षण के नाम पर मोदी सरकार के विश्वासघात को उजागर करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी।"
आज ऐसा ही हुआ और कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण पर जनता के सामने अपना स्कोर बढ़ाया। हलांकि क्रेडिट बटोरने के चक्कर में ही सही पर कांग्रेस का यह कदम सराहनीय है।
कांग्रेस के लगातार ऐसे फैसलों से अब भजपाई खेमे में टेंशन बढ़ गई है और महिला सशक्तिकरण के नाम पर N.D.A. और I.N.D.I.A. के बीच जुबानी वार-पलटवार जारी है।