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अमृतसर रेल आदमखोर काँड बच सकता था, अगर होती रेलवे पुलिस गश्त पर
अमृतसर : एच एम त्रिखा ब्यूरो चीफ पंजाब
पंजाब में दशहरा के मौके पर बेहद दर्दनाक और दिल दहला देने वाला हादसा हो कर गुजरा है. जब अमृतसर के जोड़ा रेलवे फाटक के निकट रेल पटरियों पर तेज रफ्तार से दौड़ती ट्रेन दर्जनों लोगो को चीरती फाड़ती मारती काटती त्राहि माम त्राहि माम की आवाजों के साथ अनेको परिवारों को तबाह कर शोर मचाती निकल गई.
कोई शक नहीं की रेल की पटरिया थी.,रेल की गाडी थी लेकिन बीच रेल लाइन के खड़े लोगो की भारी भीड़ को तीतर बितर करने वाली रेलवे पुलिस और जी आर पी वहा से नदारद थी. हैरतअंगेज है की इतने बड़े त्यौहार पर रेलवे ने आर पी ऍफ़ व जीआरपी को अलर्ट क्यों नहीं किया था ?
अगर रेलवे विभाग पटरियों को उस त्यौहार पर सुरक्षा की दृष्टि से बचाने की कोशिश करता रेलवे पुलिस की ड्यूटियां तय की होती तो भी ये रेल हादसा टाला जा सकता था. चूँकि रेल पुलिस भीड़ को रेल पटरियों से जरूर भगाती और ये रेल आदम खोर कांड बच जाता कहीं न कहीं रेल विभाग से भी चूक हुई है और पर्दाफाश ये भी हुआ है की रेलवे बड़े त्योहारों पर रेल पटरियों की गश्त नहीं करवाती ?