चंडीगढ़

सेना प्रमुख रावत बोले पंजाब में उग्रवाद पैदा होने का खतरा, देश व पंजाब की राजनीति में आया भूचाल ,सेना प्रमुख व भाजपा नेता आमने सामने

Special Coverage News
13 Nov 2018 5:13 AM GMT
सेना प्रमुख रावत बोले पंजाब में उग्रवाद पैदा होने का खतरा, देश व पंजाब की राजनीति में आया भूचाल ,सेना प्रमुख व भाजपा नेता आमने सामने
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एच एम त्रिखा ब्यूरो चीफ पंजाब

पंजाब में एक बार फिर से उग्रवाद के पनपने के आसार हैं. जल्दी न की गई तो बहुत देर हो जाएगी फौज के जनरल बिपिन रावत के बयान के बाद जहां पंजाब हिल गया है. वहीं पूरे राष्ट्र में भूचाल सा आ गया है. पंजाब के बारे में फौजी जनरल के बयान को लेकर तरह तरह के कयास ;लगाए जा रहे हैं कि आखिर इतने बड़े जनरल के बयान में आखिर कोई दम होगा. जो उन्होंने दिल्ली में ये बयान उस समय दिया है. जब की 3 नवंबर को वो एक सेमिनार में बोल रहे थे. सेमिनार भारत की आंतरिक सुरक्षा की बदलती रुपरेखा ,रुझान एवंम प्रतिक्रिया विषय पर था उस समय देश के तमाम बड़े फौजी अफसर,रक्षा अधिकारी ,पुलिस अधिकारी व पूर्व अफसर मौजूद थे. देश के सबसे बड़े फौजी जनरल का बयान जरूर किन्ही पुख्ता सबूतों के ऊपर आधारित होगा.


लेकिन दूसरी तरफ पंजाब के भाजपा आगू व पूर्व राज्य मंत्री रहे डी पी चंदन ने स्पेशल कवरेज न्यूज के ब्यूरो चीफ पंजाब एच एम त्रिखा को बताया की जनरल के बयानों में कोई दम नहीं वो जनरल की कोरी अपनी कल्पना है. पंजाब में आंतकवाद को कोई भी जन समर्थन हासिल नहीं है. जनरल का बयान सच से कोसों दूर है. पंजाब में अब फिर से आंतकवाद पैदा ही नहीं सकता भाजपा के नेता चंदन के बयान ने भी पूरे पंजाब व राष्ट्र को मुश्किल में डाल दिया है. चंदन के पास कौन सी ऐसी गुप्त सूचना आई है. जो फौज के सबसे बड़े अधिकारी के बयान को झूठा बयान कह रहे हैं.


आज एक और ताजा बयान पंजाबी अख़बार ने छापा है जिस में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चार पूर्व सदस्यों ने एक जुट होकर सेना के जनरल रावत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है व कहा है की जनरल का बयान राजनीति से प्रेरित लगता है. धर्म प्रचार कमेटी के पूर्व चेयरमैन भाई तरसेम सिंह ,प्रोफेसर हरमिंदर सिंह ,स . इंद्रजीत सिंह मोंटी व सरन सिंह ने सांझे बयान में कहा है कि फौजी जनरल का बयान की अगर पंजाब के हालात जल्दी संभाले न गए तो बहुत देरी हो जाएगी लगता है कि पंजाब में चलाये जा रहे बरगाड़ी मोर्चा को सरकार किसी गुप्त चक्रव्यूह रच कर तारपीडो करने की कोशिश कर रही है. फौजी जनरल के बयान को कमेटी के चार सिंह गैर जिम्मेवराना बयान करार दे रहे है. जिक्र योग है की पंजाब में बादल सरकार के वक्त गुरु ग्रंथ साहिब के पन्नों की बेअदबी की गयी थी. लेकिन तब सरकार अभियुक्तों को पकड़ न पाई थी उसी के संबध में बरगाड़ी मोर्चा सिख जथेबंदियो ने लगा रखा है.

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