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सिद्धू और कैप्टन अपनी अपनी बात पर अड़े, इधर राहुल भी इस बात पर अड़े!
पंजाब कैबिनेट में हुए बदलाव के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच शुरू हुआ गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. नवजोत सिंह सिद्धू ने ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार भी नहीं संभाला है. बीते हफ्ते मंत्रिमंडल में हुए बदलाव के बाद सिद्धू को ऊर्जा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था.
'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक, राहुल गांधी ने इस मामले पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से बात की थी, लेकिन यह वार्ता बेनतीजा रही. बताया जा रहा है कि सीएम कैप्टन ने राहुल गांधी से साफ तौर पर कह दिया कि इस तरह के व्यवहार के बाद सिद्धू को उनका पुराना मंत्रालय सौंपने का सवाल ही नहीं उठता.
अब सिद्धू का मामला हुआ राहुल बनाम कैप्टन
नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के व्यवहार को जानने वाले बता रहे हैं कि अब यह मामला ऐसी स्थिति में आकर अटक गया है, जहां से कोई पीछे हटने के मूड में नहीं है. अब यह मामला सिद्धू और कैप्टन की बजाय कैप्टन और राहुल गांधी के बीच का हो गया है.
बता दें कि मंत्रिमंडल में हुए बदलाव के तुरंत बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल गांधी से मिलने की कोशिश की थी. लेकिन, उन्हें तुरंत समय नहीं मिल पाया. राहुल से अपनी मुलाकात में सिद्धू ने दोनों के बीच चल रहे गतिरोध की जानकारी दी थी.
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए कैप्टन ने सिद्धू को ठहराया था जिम्मेदार
कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच तनाव पिछले महीने उस समय सामने आया था, जब मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव में पंजाब के शहरी इलाकों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए सिद्धू को दोषी ठहराया था. इसपर सिद्धू ने कहा था कि उनके विभाग को सार्वजनिक तौर पर निशाना बनाया जा रहा है. उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता.
यह तनातनी उस समय और बढ़ गई जब सिद्धू कैबिनेट की बैठक में नहीं पहुंचे और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रिमंडल में हेरफेर करते हुए सिद्धू के मंत्रालय को भी बदल दिया. हालांकि, सिद्धू के अलावा कई अन्य मंत्रियों के विभाग भी बदले गए थे.