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पंजाब के लुधियाना में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस अनिल कोहली का कोरोना से एसपीएस अस्पताल में निधन
पंजाब से अब एक बड़ी दुखद खबर सामने आई है जहाँ पंजाब पुलिस के जाबांज अफसर का कोरोना के चलते लुधियाना के अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से पंजाब के पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई।
मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब के लुधियाना जिले में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस अनिल कोहली का कोरोना से लुधियाना के एसपीएस अस्पताल में निधन हो गया।असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (एसीपी) अनिल कोहली 13 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। शनिवार को लुधियाना के एसपीएस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।बताया जा रहा है कि एसीपी कोहली पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे।
लुधियाना जिले के जनसंपर्क ऑफिस ने जानकारी देते हुए बताया, 'लुधियाना के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (एसीपी) अनिल कोहली की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई। वह यहां एसपीएस हॉस्पिटल में भर्ती थे, जहां उनका इलाज चल रहा था।'
'प्लाज्मा ट्रीटमेंट' से इलाज की थी तैयारी
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस पॉजिटिव लुधियाना के एसीपी अनिल कोहली की 'प्लाज्मा थैरेपी' करवाने का फैसला किया था। यह जानकारी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुलाई वीडियो कांन्फ्रेस के बाद एक अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस के एसीपी के परिवार ने भी इस थैरेपी की इजाजत दे दी थी। सरकाद द्वारा कोविड-19 के मरीजों का 'प्लाजमा ट्रीटमेंट' करने के फैसले के बाद लुधियाना के हॉस्पिटल में एसीपी का इस विधि से इलाज किया जाना था।
इस थैरेपी का प्रबंध राज्य सरकार के स्वास्थ्य सलाहकार और पीजीआइ के पूर्व डायरेक्टर डॉ. केके तलवाड़ कर रहे थे। डॉ. तलवाड़ के कहने पर पीजीआइ के ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. नीलम मरवाहा ने प्लाज्मा थैरेपी के लिए कोशिशों में नेतृत्व करने की सहमति दे दी थी।
पंजाब में अब तक हुई मौतों पर एक नजर-
पहली मौत: सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर के गांव पठलावा के बुज़ुर्ग की मौत हुई, जो गत दिवस जर्मनी से इटली होता हुआ पंजाब लौटा था।
दूसरी मौत: 29 मार्च को नवांशहर के पाठक बलदेव सिंह के संपर्क में आने वाले होशियारपुर के हरभजन सिंह की मौत हुई, जो अमृतसर के अस्पताल में दाख़िल था।
तीसरी मौत: 30 मार्च को लुधियाना की 42 वर्षीय महिला पूजा ने पटियाला के राजिन्दरा अस्पताल में दम तोड़ दिया।
चौथी मौत: 31 मार्च को चंडीगढ़ के पी.जी.आई. में भर्ती मोहाली के 65 वर्षीय बुज़ुर्ग की चौथी मौत हुई थी।
5वीं मौत: 3 अप्रैल को 5वीं मौत अमृतसर के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह खालसा की हुई, जिन्होंने अमृतसर के श्री गुरु नानक देव अस्पताल में दम तोड़ा।
छटी मौत: कोरोना के साथ छटी मौत 5 अप्रैल को लुधियाना में 70 साल के करीब महिला की हुई। उसे 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 2 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी।
7वीं मौत: पठानकोट जिले में पहला पॉजीटिव केस 75 वर्षीय महिला का आया, जिसे 1 अप्रैल को पठानकोट से अमृतसर रैफर किया गया था। 4 अप्रैल को उसमें कोरोना की पुष्टि हुई, जिसकी मौत हो गई थी।
8वीं मौत: 6 अप्रैल को अमृतसर के नगर निगम से रिटायर हो चुके 65 वर्षीय एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। हालांकि पहले उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। 5 अप्रैल को दोबारा भर्ती किए जाने पर उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई थी।
9वीं मौत: 8 अप्रैल को पी.जी.आई. में भर्ती रोपड़ के 55 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई थी। गांव चतामली के उक्त व्यक्ति को शुगर के कारण 2 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी।
10वीं मौत: 9 अप्रैल को जालंधर में कांग्रेसी नेता के 59 वर्षीय पिता ने इलाज दौरान दम तोड़ दिया। गत बुद्धवार शाम को ही उनके कोरोना पॉजीटिव होने का पता लगा था, जिसके बाद वह सिविल अस्पताल के कोरोना वार्ड में वेंटिलेटर पर थे।
11वीं मौत: इसके साथ ही 9 अप्रैल को बरनाला की रहने वाली महिला की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई। इस महिला ने लुधियाना के अस्पातल में दम तोड़ा था।
12वीं मौत: खरड़ की 74 वर्षीय महिला की 8अप्रैल को मौत हो गई थी लेकिन उसकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजीटिव आई है। पहले उक्त महिला का कोरोना टैस्ट नेगेटिव बता कर उसे अस्पताल से घर भेज दिया गया था। 8अप्रैल को अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद टैस्ट जांच के लिए भेजे गए थे जिसमें वह पॉजीटिव पाई गई थी।
13वीं मौत: गांव कोटला हेरा जालंधर की एक महिला की मामूली बीमारी के कारण मौत हो गई थी लेकिन बाद में उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई थी।
14वीं मौत: गुरदासपुर जिले में गांव भैनी के पासवाल के रहने वाले पहले कोरोना पीड़ित व्यक्ति ने अमृतसर के सरकारी अस्पताल में 16 अप्रैल को दम तोड़ दिया था।
15वीं मौत: लुधियाना जिले के पायल में रहने वाले 58 वर्षीय कानूगो गुरमेल सिंह की कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, जिसके बाद उसने अस्पताल में 17 अप्रैल को दम तोड़ दिया। हैरान करने वाली बात यह थी कि गुरमेल सिंह की कोई ट्रैवल हिस्ट्री सामने नहीं आई थी।