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धर्मेंद्र राठौड़ का अब मिशन किशनगढ़ एयरपोर्ट, लंबे समय से बंद पड़ी उड़ानों के उड़ने की जगी आस!
किशनगढ़ एयरपोर्ट से लगभग तीन वर्षों तक देश के विभिन्न स्थानों के लिए संचालित हवाई सुविधा धीरे धीरे बंद होना शुरू हुई, और अंत में किशनगढ़ से इंदौर चलने वाली हवाई सुविधा भी ठप्प हो गई। शुरुआती दौर में किशनगढ़ से दिल्ली की उड़ान से किशनगढ़ एयरपोर्ट पर हवाई सेवा शुरू हुई थी। और यात्री भार मिलने के साथ ही किशनगढ़ एयरपोर्ट से हवाई सेवा बढ़ती रही।
उस दौरान किशनगढ़ से दिल्ली के अलावा अहमदाबाद, हैदराबाद, मुंबई, इंदौर और सूरत आदि तक उड़ान भरने लगी। इतना ही नहीं स्टार एअर, इंडिगो ने तो पटना,कलकत्ता सहित कुछ अन्य स्थानों के लिए सिनेक्टिविटी सेवा भी शुरू कर दी। यात्री भार मिलने के कारण ही किशनगढ़ एयरपोर्ट का विस्तार हुआ। जिससे बड़े विमान भी आ जा सकें। यहीं एक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित होने की घोषणा हुई।
किशनगढ़ मार्बल एसोसिएशन ने शुरुआती दौर में एसोसिएशन की तरफ से किशनगढ़ के मार्बल व्यवसाइयों को एक हजार की सहायता भी दी। कुल मिलाकर किशन गढ़ एयरपोर्ट के विस्तार के बीच धीरे धीरे संचालन बंद हो गया। आखरी उड़ान किशन गढ़ इंदौर भी बंद हो गई। इस और सांसद भागीरथ चौधरी ने जरूर संबंधित मंत्री ज्योतिराजे को पत्र लिख कर पुनः हवाई सेवा शुरू करने को लिखा था।
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ ने सुध लेते हुए ज्योतिराजे सिंधिया को पत्र लिखा है। जिस में किशनगढ़ हवाई अड्डे का महत्व बताते हुए फिर से किशन गढ़ एयरपोर्ट से विमान सेवाएं चलाने को लिखा है। समझा जाता है की श्री राठौड़ व्यक्तिगत रूप से दिल्ली जाकर इस दशा में सार्थक प्रयास करेंगे।