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अजमेर में लगे आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ मुर्दाबाद जैसे नारे, कांग्रेस की मीटिंग से पुलिस सुरक्षा में बाहर निकाले
रमेश शर्मा
कर्नाटक विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद से कर्नाटक में मुख्यमंत्री बनने की दो दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की लड़ाई दिल्ली में सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार के डिप्टी सीएम बनाने के समझौते के बाद एक बार खींचतान कम हो गई मगर इसी के आसपास अजमेर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं मैं जबरदस्त तू तू मैं मैं और एक दूसरे को घेरने को लेकर माहौल बिगड़ गया। गुट बाजी इतनी जबरदस्त सामने आई थी पिछले एक साल से अजमेर कांग्रेस की राजनीति में नंबर वन की श्रेणी में अपनी पकड़ बना चुके आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ मुर्दाबाद जैसे नारे लगाए। मामला शांत नहीं होता देख धर्मेंद्र राठौर को भी पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर निकाला।
दरअसल राजस्थान कांग्रेस की सह प्रभारी और अजमेर जिले की प्रभारी अमृता धवन आज अजमेर में प्रदेश सरकार की योजनाओं और संगठन का फीडबैक लेने के लिए अजमेर आने वाली थी जिसके लिए एक प्रमुख समारोह स्थल गोविंदम में सारी व्यवस्था भी कर दी गई थी। लेकिन धर्मेंद्र राठौर के इस कार्यक्रम में पहुंचे जाने पर उनका यह कहकर विरोध किया गया कि यह बैठक शहर कांग्रेस से संबंधित है जिसमें धर्मेंद्र राठौर का कोई संबंध नहीं है इसी को लेकर बैठक की सारी व्यवस्थाओं को हटा दिया गया। साउंड व्यवस्था भी वहां से हटा दी गई। इसी बीच दोनों गुटों में तू तू में में बढ़ गई।
धर्मेंद्र राठौर बीच में कुछ बोलना चाह रहे थे लेकिन उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगने के बाद पुलिस सचेत हुई और उन्हें अपने संरक्षण में बाहर ले गई। संभवत यह पहला मौका था जब पिछले साल भर में धर्मेंद्र राठौर के अजमेर कांग्रेस मैं नंबर वन की स्थिति में आने के बाद पहली बार उन्हें जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी बात यह रही की जिले के अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी वहां मौजूद थे। जिनकी मौजूदगी में दोनों गुट आपस में उलझते ही गए।
इस पूरी घटना से भले ही धर्मेंद्र राठौर को विरोध का सामना करना पड़ा हो लेकिन समझा जाता है कि इस घटनाक्रम को सचिन पायलट समर्थकों से मानते हुए इसकी पूरी रिपोर्ट आलाकमान तक भेजी जाएगी। देखने वाली बात यह भी होगी कि प्रदेश कांग्रेस की सह प्रभारी और अजमेर जिले की प्रभारी अमृता धवन इस पूरे घटनाक्रम को किस नजरिए से देखती हैं और उनका अगला कदम क्या होगा! कुल मिलाकर आज के इस राजनीतिक घटनाक्रम ने कांग्रेस की गुटबाजी को खुलकर उजागर कर दिया है।