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एक मूर्ति की ऊँगली टूटने पर जो दहशत कायम होती है वही जाटों की होनी चहिये - राज्यपाल सत्यपाल मलिक
बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राजस्थान में जाटों के एक कार्यक्रम में खुलेआम हिंसा का समर्थन करते हुए अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने के बाद के हालात का जिक्र किया और जाटों से भी दहशत कायम करने की बात कही. किसान नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. सांवरलाल जाट की पहली पुण्यतिथि पर गुरुवार को उनके पैतृक गांव अजमेर जिले के गोपालपुरा में उनकी मूर्ति का अनावरण किया गया. इस अवसर पर आयोजित समारोह में बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. समारोह में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, मंत्री राजेन्द्र राठौड़, अजय सिंह किलक, संसदीय सचिव शत्रुघ्न गौतम, सुरेश सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में सांवरलाल जाट के समर्थक मौजूद रहे.
मूर्ति अनावरण समारोह के बाद मंच से जनसभा को संबोधित करने के दौरान बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक कुछ अजीब बयान दे डाला. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक दिवंगत नेता मूर्ति का हवाला देते हुए कहा कि पूरे देश में उनकी मूर्तियां लगी हुई हैं. उन्होंने कहा कि आपके प्रत्येक गाँव में आंबेडकर की मूर्ति लगी हुयी है. उसकी एक ऊँगली तोड़ने पर जिलाधिकारी और एसएसपी रात भी उस जगह रुकते है ताकि कोई गडबड न हो जाय और उस मूर्ति के मरम्मत होने के बाद ही उस जगह को छोड़ते है. तब अपने जिला मुख्यालय पर आते है. इसका मतलब उनकी दहशत प्रशासन में कितनी है. इतनी ही दहशत जाटों की भी होनी चहिये.
आपको बता दें कि राज्यपाल जैसे सम्वैधानिक पद पर होने पर होने पर भी उन्होंने बाबा भीमराव अम्बेडकर का नाम भी सम्मान से नहीं लिया. उन्होंने कहा था कि उस आदमी की मूर्तियाँ सारे देश के प्रत्येक गाँव में लगी है.