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हाईवे पर गैस टैंकर-ट्रेलर में लगी आग ने 300 लोगों की जिंदगी तबाह कर दीं। धमाके से आग के गोले 50 मीटर दूर घर और दुकानों पर गिरे तो उनमें भी आग लग गई। रातभर आंखों के सामने घर और दुकानों को जलता देखकर लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। आग से झुलसे बच्चे और महिलाएं जलने का दर्द सहन नहीं कर पा रहे थे। आग ने यहां करीब 2 किलोमीटर के इलाके में दहशत मचा दी। ये हालात है अजमेर के मिश्रीपुरा और गरीब नवाज कॉलोनी के।
बच्चे और महिलाएं रोते हुए मिले। लोग अपनी दुकानों और घरों के सामने बैठे थे, उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये हो क्या गया? मेहनत से घर बनाया। वो भी जल गया। लोगो ने बताया- यहां देर रात एक धमाका सुनाई दिया। फिर चारों तरफ आग फैल गई। घरों पर आग के गोले बरस रहे थे। दरवाजा खोला तो सामने आग थी। बाहर जाने का रस्ता नहीं था। आग इतनी तेज थी कि दीवार छूने से ही हाथ झुलस गए।
आग की लपटों से बचने के लिए लोग घर-दुकान छोड़कर भाग निकले। हालात इतने भयानक थे कि घर की छत तक लपटें थीं। जान बचाने के लिए दरवाजे की तरफ गए तो दीवारें इतनी गर्म हो गईं कि हाथ लगाते ही झुलस गए। घर की जाली तोड़कर लोगों ने अपनी जान बचाई। ऐसा लगा मानों मौत के मुंह से वापस लौट आए हो।
पहले जानिए हुआ क्या था?-
दरअसल, गुरुवार देर रात 11.45 बजे के करीब गैस टैंकर और मार्बल से भरे ट्रेलर में भिड़ंत हो गई थी। हादसा इतना भयावह था कि आसपास के 500 मीटर का क्षेत्र आग का गोला बन गया। दूसरी तरफ से आ रहे सोयाबीन का ट्रक भी चपेट में आ गया। तीनों गाड़ियों के ड्राइवर और एक साथी जिंदा जल गए। तीन की मौके पर ही मौत हो गई और एक ने अस्पताल में दम तोड़ा। इस दौरान दूसरी तरफ से आ रहा एक ट्रक भी आग की चपेट में आ गया। ड्राइवर आग में झुलस गया और जान बचाने के लिए सड़क पर भगाता रहा।
कॉलोनी घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर थी...
हादसे के 7-8 घंटे बाद भी मिश्रीपुरा और गरीब नवाज कॉलोनी में लोगों के चेहरे पर खौफ था। आंखों में आंसू और हाथ-पैरों पर आग से झुलसने के निशान थे। लोगों ने कहा- हमने तो बचने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। जहां रास्ता दिखा बस जान बचाकर भागने लगे। अंधेरे में सिर्फ हर तरफ सिर्फ आग का गोला ही नजर आ रहा था।
घटना के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचे पप्पू पहलवान ने बताया- यहां करीब 50 घर है, जिनमें 300 लोग रहते हैं। जब धमाका हुआ तो लोग डर गए। मैं मौके पर पहुंचा तो देखा ड्राइवर बचाओ-बचाओ चिल्लाते हुए आया। ड्राइवर झुलसा हुआ था। उसे टेंपो से हॉस्पिटल पहुंचाया। इलाके के लोग घरों में ही बंद थे। फिर धीरे-धीरे घरों और दुकानों में रखा सामान जलने लगा। रस्सी की एक फैक्ट्री में आग लग गई। जैसे ही पता चला कि आग आग घरों तक पहुंच रही है तो लोगों को बाहर निकाला।
सूचना के 1 घंटे बाद तक नहीं पहुंची दमकल
पप्पू ने बताया- पास ही गार्डन में शादी का प्रोग्राम चल रहा था। धमाके हुए तो सब डर गए। एक महिला झुलस गई। घटना के बाद दमकल को कॉल किया, लेकिन एक घंटे तक कोई नहीं आया। बाद में पुलिस व दमकल पहुंची। घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
जाली तोड़कर 15 लोगों को घर से निकाला
मोहम्मद अशरफ कुरैशी ने बताया- ट्रक का ड्राइवर जला हुआ भागता हुआ आया। उसे इमरजेंसी में ले जाकर अमृतकौर अस्पताल में भर्ती कराया। पास ही घर के बाहर आग लगी थी। लोग गेट पर नहीं पहुंच पा रहे थे। इस दौरान घर की जाली तोड़कर 15 लोगों को बाहर निकाला। बच्चे और महिलाएं डरी हुई थीं।