भरतपुर

बेटे की शादी के लिए थाना प्रभारी को छुट्‌टी नहीं मिली, फूट-फूटकर रोए; तबीयत बिगड़ने से मौत

Arun Mishra
12 Nov 2020 12:09 PM GMT
बेटे की शादी के लिए थाना प्रभारी को छुट्‌टी नहीं मिली, फूट-फूटकर रोए; तबीयत बिगड़ने से मौत
x
बीती रात थाने में अपने कमरे में फूट-फूट कर रोए थे

राजस्थान के भरतपुर जिले में बेटे की शादी के लिए छुट्टी मंजूर नहीं होने से सदमे में आए एक थाना प्रभारी (TI) की जान चली गई। मामला उच्चैन थाने में पदस्थ रहे होशियार सिंह का है। बेटे की शादी से 10 दिन पहले गुरुवार सुबह होशियार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि, कार्यवाहक एसपी ने कोरोना से मौत होने की बात कही है। हालांकि, होशियार के साथियों का कहना है कि वे बुधवार रात तक थाने में थे और ड्यूटी भी की थी।

16 को बेटे की सगाई थी, पर छुट्‌टी नहीं मिली

होशियार सिंह के बेटे की 16 नवंबर को सगाई और टीके की रस्में होनी थीं, लेकिन अफसरों ने छुट्टियां मंजूर नहीं कीं। शादी की तारीख 22 नवंबर बताई गई है। होशियार टोंक जिले के रहने वाले थे। पारिवारिक कार्यक्रम के लिए छुट्टी नहीं मिलने के कारण बीते कई दिनों से डिप्रेशन में थे।

थाने में फूट-फूटकर रोए, फिर बिगड़ी तबीयत

बताया जा रहा है कि बुधवार रात होशियार थाने पर अपने कमरे में फूट-फूट कर रोए थे। उसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। पहले उच्चैन अस्पताल ले जाया गया। जांच में उनका बीपी काफी बढ़ा निकला। इसके बाद उन्हें भरतपुर रैफर कर दिया। भरतपुर अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि, मृतक के बेटे ने कहा कि छुट्‌टी की समस्या को लेकर कोई बात परिवार में नहीं बताई थी। रात में बात हुई थी तो आवाज से लग रहा था कि उनकी तबीयत खराब है।

कार्यवाहक एसपी की सफाई- कोरोना से हुई मौत

भरतपुर के कार्यवाहक एसपी मूल सिंह राणा ने कहा कि थाना प्रभारी की मौत कोरोना से हुई है। मौत के बाद उनके शव की जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। छुट्‌टी नहीं मिलने की बात गलत है। क्षेत्र में गुर्जर आंदोलन चल रहा था। इसी वजह से छुटि्टयों पर रोक लगाई गई थी, लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने ने 14 नवंबर से 7 दिसंबर तक की छुट्‌टी मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। 10 तारीख को छु्ट्‌टी मंजूर करके 11 को इस संबंध में आदेश निकाल दिए गए थे।

लेकिन...डिपार्टमेंट में छुट्‌टी न मिलने की चर्चा

कार्यवाहक एसपी भले ही छुट्‌टी स्वीकार करने की बात कह रहे हों, लेकिन साथियों ने उनके छुट्‌टी को लेकर परेशानी में होने की बात कही है। भरतपुर में 12 दिनों से गुर्जर आंदोलन चल रहा था। ऐसे में सभी पुलिसवालों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई थी। इसी बात को लेकर होशियार भी तनाव में थे।

साभार : भास्कर

Arun Mishra

Arun Mishra

Sub-Editor of Special Coverage News

Next Story