- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
किसानों के 'भारत बंद' को समर्थन देकर बोले बेनीवाल, एनडीए में रहूँगा या नहीं आठ दिसंबर के बाद फैसला
नागौर. नए कृषि कानूनों (Farm Bills) के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने आठ दिसंबर को किसान संगठनों के 'भारत बंद' (Bharat Bandh) के आह्वान का समर्थन किया है. इससे पहले भी उन्होंने केंद्र सरकार से किसानो के मांग मान लेने की बात कही थी.
बेनीवाल ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी आरएलपी कृषि कानूनों के विरोध में है. उन्होंने केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरएलपी एनडीए गठबंधन (NDA Coalition) का हिस्सा रहेगी या नहीं, इस पर आठ दिसंबर के बाद फैसला करेंगे. बता दें कि लागू नए कृषि कानूनों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल (SAD) पिछले दिनों केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए से अलग हो गई थी.
8 दिसम्बर को देश के किसानों की आवाज पर @RLPINDIAorg भारत बंद का समर्थन करती है ! कृषि बिलो व किसान आंदोलन को लेकर मीडिया के साथ आज हुई चर्चा के अंश आपके साथ साझा कर रहा हुं !#भारत_बंद #किसान_आंदोलन_दिल्ली pic.twitter.com/lCLRCcrPU5
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) December 6, 2020
किसान संगठनों ने आठ दिसंबर को 'भारत बंद' का किया है आह्वान
बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब-हरियाणा समेत अन्य राज्यों के लाखों किसान पिछले ग्यारह दिन से दिल्ली और उसके बॉर्डर पर डटे हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसानों ने आठ दिसंबर को 'भारत बंद' की घोषणा की है. साथ ही यह चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा और दिल्ली आने वाले तमाम मार्गों को रोक दिया जाएगा.
कृषि कानूनों को निरस्त (रद्द) करने की मांग पर अड़े किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है. मगर इस गतिरोध को खत्म करने को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन सकी है. किसानों के प्रतिनिधि अब सरकार के साथ नौ दिसंबर को छठे दौर की बातचीत करेंगे.