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Sachin Pilot : राजस्थान कांग्रेस में फिर रार! सचिन पायलट जयपुर में आज करेंगे अनशन, कांग्रेस बोली- "कोई दिक्कत है तो...'
Sachin Pilot : राजस्थान में इन दिनों सियासत गरमाई हुई है. आज कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट जयपुर में अनशन शुरू करेंगे. पायलट का आरोप है की सीएम अशोक गहलोत वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों पर मौन रहे. पायलट के इस कदम से कांग्रेस के अंदर सियासी हलचल बढ़ गई है. राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की भी इस पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने पायलट के कदम को पार्टी विरोधी करार दिया है.
इस बीच राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी पायलट के अनशन पर सवाल उठाए हैं. सुखजिंदर सिंह रंधावा ने ट्वीट करके सचिन पायलट के तरीके पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि अगर पायलट को कोई दिक्कत थी, तो बात करते. उनका इस तरह अनशन करना पार्टी हितों के खिलाफ है.
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा- 'सचिन पायलट सवा साल डिप्टी सीएम रहे, तब करप्शन का मुद्दा क्यों नहीं उठाया? मेरे से मुलाकात में कभी उन्होंने करप्शन पर बात नहीं की. पार्टी प्लेटफार्म पर बात करने की जगह सीधे अनशन पर बैठना गलत है.'
Statement issued by Shri Sukhjinder Singh Randhawa, AICC In charge of Rajasthan. pic.twitter.com/PMn8aDdu0O
— INC Sandesh (@INCSandesh) April 10, 2023
गहलोत-पायलट में 36 का आंकड़ा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पायलट के बीच सत्ता एवं वर्चस्व की लड़ाई पुरानी है। साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही दोनों के सुर अलग-अलग रहे हैं। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर कभी-कभी काफी तीखा भी रहा है। दरअसल, पायलट को लगता है कि विधानसभा चुनावों से पहले अशोक गहलोत उन्हें किनारे लगाना चाहते हैं। ऐसे में पायलट अपने लिए 'करो या मरो' की स्थिति समझ रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो पायलट इस बार गहलोत के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी रणनीति बना ली है और इसी रणनीति पर वह आगे बढ़ रहे हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि कांग्रेस यदि पायलट पर कार्रवाई करती है तो उनके पास कुछ विकल्प मौजूद रहेंगे। वह कांग्रेस से अलग होगर अपनी नई पार्टी बना सकते हैं। दूसरा, वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, भगवा पार्टी में शामिल होने से उन्होंने हमेशा इंकार किया है। भाजपा में शामिल होने की उनकी संभावना क्षीण है।
जयपुर में रविवार को सचिन पायलट ने मीडिया के सामने पिछली वसुंधरा सरकार को घेरा. लेकिन, इस दौरान गहलोत सरकार को भी निशाने पर लिया. पायलट ने कहा कि वसुंधरा राजे सरकार में भ्रष्टाचार के कई मामले देखे आए. उनपर एक्शन होना चाहिए था, पर गहलोत सरकार चुप्पी साध गई. सीएम ने कोई एक्शन नहीं लिया. पायलट ने कहा इसको लेकर मैंने सीएम अशोक गहलोत को दो पत्र भी लिखे. उनसे गुजारिश की थी कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की जाए. पायलट के मुताबिक, पहला लेटर 28 मार्च 2022 को और दूसरा लेटर 2 नवंबर 2022 को लिखा था.
पायलट ने पहली बार अपनी सरकार को आड़े हाथों नहीं लिया है, पिछले 4 साल में लगातार वह कई मौकों पर सरकार को घेरते रहे हैं. 2018 में जब राज्य में कांग्रेस की सरकार आई तब से लगातार उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लिया. साल 2019 में कोटा के सरकारी जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत मामले में पायलट ने सरकार को घेरा.