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हेमाराम चौधरी के इस्तीफे से आलाकमान खफा : नही माने तो हो सकता है उनका इस्तीफा मंजूर
सचिन पायलट गुट के असन्तुष्ट विधायक हेमाराम चौधरी के इस्तीफे से कांग्रेस आलाकमान काफी खफा है । आलाकमान का मानना है कि कोरोना तथा अन्य कई प्रकार की विपदाओं के बीच हेमाराम द्वारा दिया गया इस्तीफा पूर्णतया अव्यवहारिक और बचकानी हरकत है । उनको सरकार या मुख्यमंत्री के कामकाज के प्रति नाराजगी थी तो बातचीत के जरिये उसे निपटाया जा सकता था । इस्तीफा देकर उन्होंने नासमझी का परिचय दिया है ।
ज्ञात हुआ है कि मुख्यमंत्री खेमे के कुछ लोगो के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता भी उन्हें मनाने में लगे हुए है । उम्मीद है कि देर रात तक वे अपना इस्तीफा वापिस ले लेंगे । कुछ कार्यो को लेकर उनकी मुख्यमंत्री तथा मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों से गहरी नाराजगी है जिसके चलते हुए उन्होंने इस्तीफा दिया । हेमाराम इस्तीफे के कारणों का शाम 6 बजे मीडिया के सामने खुलासा करने वाले थे । इसलिए उनकी ओर से मीडिया को आमंत्रित भी कर लिया गया था । लेकिन बाद में उन्होंने मीडिया को कुछ भी बताने से इनकार कर दिया ।
जानकारी मिली है कि हेमाराम चौधरी से राजस्थान के प्रभारी अजय माकन की ओर से भी कोई बातचीत नही की गई है । अगर बात नही सम्भली तो कमान अजय माकन खुद अपने हाथ मे ले सकते है । फिलहाल उन्होंने इस एपिसोड से दूरी बना रखी है ।
यह भी ज्ञात हुआ है कि हेमाराम चौधरी आसानी से नही मानते है तो उनका इस्तीफा भी स्वीकार किया जा सकता है ताकि अन्य असंतुष्टों को सबक मिल सके । आलाकमान का मानना है कि इस्तीफे के पीछे दबाव और ब्लैकमेल की राजनीति है । यदि हेमाराम की गैर वाजिब मांगो को स्वीकार कर लिया तो अन्य विधायक भी इसी तर्ज पर मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल करते रहेंगे ।