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भाजपा की राजस्थान में परिवर्तन संकल्प यात्रा के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बदलेंगे कांग्रेस की तस्वीर
राजस्थान में भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा का आयोजन किया गया पूरे प्रदेश में चार स्थानों से शुरू हुई यात्रा प्रदेश के लगभग सभी स्थानों पर पहुंची इस दौरान जहां से यात्रा का शुभारंभ हुआ वहां भाजपा के दिग्गज नेताओं ने यात्रा को रवाना किया था। इसी बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र निवाई पहुंची थी। लेकिन ऐसा लगता है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अलग-अलग मायने रहते हैं। प्रियंका गांधी के निवाई आगमन पर ऐसा कुछ विशेष नहीं हुआ । राहुल को राजस्थान में जनसभा करनी इसको लेकर अब प्रियंका और राहुल की जनसभा में फर्क देखा जा रहा है। और सीएससी गलियारे में चर्चा की दोनों की जनसभा में आखिरकार फर्क क्यों।
प्रदेश कार्यालय की भूमि पूजन के लिए कांग्रेस की तरफ से सोमवार का दिन रखा गया है। इसके लिए मानसरोवर में जमीन भी तय कर ली गई। जहां पर राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। टोंक में प्रियंका गांधी ने कोई बड़ी घोषणा नहीं की थी जबकि जनसभा के संबोधन के दौरान राहुल गांधी कई परियोजनाओं को लांच कर सकते हैं। और इसी को लेकर आज राजस्थान मंत्रिमंडल की बैठक की आयोजित की गई थी।यह प्रियंका की यात्रा से बेहद अलग होगी क्योंकि इस जनसभा में एक लाख से ज्यादा कार्य कर्ताओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने की कार्यकर्ताओं के नाम एक सामूहिक पत्र के माध्यम से कार्यकर्ताओं की जयपुर पहुंचने का निर्देश दिया है।।
जबकि प्रियंका के समय ऐसा कुछ नहीं किया गया। लेकिन अब जब राहुल गांधी 23 सितंबर को जयपुर आ रहे हैं तो उनका प्रचार प्रसार बहुत तेजी से हो रहा है। पिछली बार मुख्यमंत्री गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खड़गे के निवास पर राहुल गांधी के सामने मिले थे। उसके बाद शायद यह पहला मौका होगा जब एक बार फिर से राहुल के दाएं बाएं गहलोत और पायलट दिखाई देंगे। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है की भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बाद में तब कांग्रेस भी राजस्थान में एक बार फिर से विधान सभा चुनाव को लेकर सक्रिय होती जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि राहुल गांधी की यात्रा से पहले जिन तीन कांग्रेस के नेताओं को अनुशासन का नोटिस दिया हुआ था उनको आज क्लीन चिट दे दी गई है। शांति धारीवाल, धर्मेद्र राठौड़ और महेश जोशी को अब अनुशासन समिति ने क्लीन चिट दे दी है।