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अमित शाह के ट्विट का गहलोत ने दिया जबाब, दिलाई आडवाणी की कही ये बात!
आपातकाल के ऐलान की 45वीं बरसी पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. आपातकाल के लिए कांग्रेस को कोसते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र बहाल नहीं हो पाया है. वहां नेता घुटन महसूस कर रहे हैं. अमित शाह ने कांग्रेस को आत्मचिंतन की नसीहत दी है. जिसके बाद अब कांग्रेस की तरफ से भी पलटवार किए जा रहे हैं. इसी क्रम में राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत ने भी सिलसिलेवार कई सारे ट्वीट किए हैं.
अपने सबसे पहले ट्वीट में अशोक गहलोत ने लिखा, "मुझे यह देखकर आश्चर्य नहीं हुआ कि सभी विपक्षी दलों में से मोदी और अमित शाह केवल कांग्रेस के बारे में चिंतित हैं. उनकी असुरक्षा और भय स्पष्ट है क्योंकि शाह सहित सभी जानते हैं कि केवल सोनिया जी और राहुलजी के नेतृत्व में ही कांग्रेस में वर्तमान शासन के अत्याचार का सामना करने की साहस और शक्ति है."
अपने अगले ट्वीट में अशोक गहलोत ने कहा, "यह कोई रहस्य नहीं है कि पिछले तीन दशकों से गांधी परिवार के किसी भी व्यक्ति ने सत्ता की कोई भी पदवी नहीं संभाली है. उन्होंने हमेशा मेरे जैसे कांग्रेस पार्टी के कैडर और जमीनी कार्यकर्ता को प्रोत्साहित और सशक्त बनाया है और अगर हम सभी को जनता से अलग कर दिया जाता है, तो शाह इतने चिंतित क्यों हैं?"
अपने अगले ट्वीट में गहलोत ने लिखा, "यह कांग्रेस पार्टी है जिसने इस राष्ट्र के लोकतंत्र का निर्माण, संरक्षण और पोषण किया है. भारत दक्षिण एशियाई क्षेत्र में एकमात्र मजबूत कार्यशील और समृद्ध लोकतंत्र है. इस राष्ट्र के 70 वर्षों के इतिहास में कांग्रेस पार्टी द्वारा निभाई गई शानदार भूमिका के लिए धन्यवाद्."
कांग्रेस की बात करते हुए गहलोत ने अगले ट्वीट में लिखा, "बलिदान कांग्रेस के डीएनए में निहित है- नेहरू जी से आज तक. स्वर्गीय इंदिरा जी ने राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया और बांग्लादेश को एक नया राष्ट्र बनाने में उनका योगदान हमेशा भारत की सबसे बड़ी कूटनीतिक जीत बनी रहेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए याद किया जाएगा."
राजीव गांधी के कामों को याद करते हुए गहलोत ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, "स्वर्गीय श्री राजीव जी ने भी इस महान राष्ट्र के लिए अपना जीवन लगा दिया - और उनके योगदान ऐतिहासिक मील के पत्थर हैं जो इस राष्ट्र को अभी भी 73वें, 74वें संशोधन की तरह मजबूत बना रहे हैं - पंचायती राज और 18 वर्ष की आयु में युवाओं के लिए मताधिकार का अधिकार. इस देश के लोकतंत्र के लिए यह उनका योगदान है."
अपने अगले ट्वीट में गहलोत ने एक बार फिर आक्रामक रुख अपनाया और उन्होंने लिखा, "बीजेपी को महज 6 साल हुए हैं और हम देख सकते हैं कि कैसे उन्होंने इस देश के लोकतांत्रिक, जातीय और सामाजिक ताने-बाने को तोड़ दिया है. क्या हम जानते हैं कि बीजेपी में मोदी-शाह से आगे कोई नहीं है? यह चौंकाने वाला है कि 3/4 मंत्रियों के अलावा जनता को यह भी नहीं पता है कि मोदी के मंत्रिमंडल में कौन-कौन हैं."
बीजेपी पर अपना हमला जारी रखते हुए गहलोत ने अगले ट्वीट में लिखा, "मोदी के साथ मिलकर अमित शाह ने बीजेपी और एनडीए सरकार को हाईजैक कर लिया है अन्य नेताओं के लिए वहां कोई राहत नहीं है. वे कांग्रेस पार्टी और सीडब्ल्यूसी के लोकतांत्रिक मूल्यों पर सवाल उठाने के लायक नहीं हैं. जैसा कि आडवाणी ने एक बार 2015 में कहा था, ''जो ताकतें लोकतंत्र को कुचल सकती हैं, वे मजबूत हैं... मुझे विश्वास नहीं है कि यह (आपातकाल) फिर से हो सकता है.''"