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एक बार फिर से अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच भरत मिलाप होने की संभावना पैदा होगई है । यह भरत मिलाप रायपुर अधिवेशन में भी हो सकता है और जयपुर में भी । दोनों नेताओं को आपसी सुलह के निर्देश मिल चुके है । सुलह का फार्मूला क्या होगा, यह अभी ज्ञात नही हुआ है ।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अशोक गहलोत को सलाह दी है कि वे सचिन पायलट के घर जाकर अपना बड़प्पन दिखाए । दोनो में आपसी सुलह से पार्टी को आगामी चुनावों में बेहद फायदा मिलेगा । यह बात दोनो नेता भी बखूबी जानते है । इसलिए सुलह करने पर दोनों पक्ष सहमत होगये है ।
सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच रायपुर अधिवेशन में भी सुलह हो सकती है । राहुल गांधी एक मंच पर दोनों को खड़ा करके आपस मे हाथ मिलवा सकते है । दोनों नेता यह बखूबी जान चुके है कि आपसी लड़ाई से पार्टी को नुकसान होना सुनिश्चित है । इसलिए दोनों गले मिलने को तैयार होगये है । उधर गहलोत की जिद थी कि आखिरी बजट वे ही पेश करेंगे । उनकी जिद पूरी होगई है । परिणामतः पायलट को गद्दी सौपने में कोई उज्र नही होगा ।