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राजस्थान की बड़ी खबर: असंतुष्ट विधायकों में निराशा का माहौल, पायलट द्वारा तंबू उखाड़ने पर विचार
महेश झालानी
सचिन पायलट गुट की आज एक महत्वपूर्ण बैठक मानेसर के होटल कंट्री क्लब में होने जा रही है जिसमे महत्वपूर्ण बिंदुओं के अलावा जयपुर वापसी पर विचार होगा। बैठक का समय शाम 7 बजे रखा गया है।
सचिन पायलट दिल्ली से मानेसर के लिए 6 बजे रवाना होंगे। तय समय से पहले उनके पहुंचने की उम्मीद है। बैठक में कांग्रेस के सभी असंतुष्ट तथा तीन निर्दलीय विधायक भाग लेंगे। एक विधायक अस्वस्थ बताया जा रहा है । बैठक के बाद पायलट सभी विधायकों के साथ डिनर भी यहीं लेंगे।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि बैठक में मुख्य रूप से आगामी रणनीति पर विचार होगा। अधिकांश विधायक होटल से जयपुर वापसी के मूड में है। दरअसल विधायकों को कोई स्पस्ट राह नही दिखाई देने के कारण कुछ लोग बगावती तेवर दिखाने लगे है। दो-तीन दिन पहले कुछ विधायको ने तल्ख अंदाज में सचिन से पूछा भी था कि आखिर आगे की योजना है क्या ? इस सवाल का पायलट कोई संतोषजनक जवाब नही दे पाये। चूंकि खुद पायलट के पास कोई सुस्पस्ट योजना नही है, इसलिए वे मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस से बच रहे है।
हकीकत यह है कि पायलट के लिए अब सारे रास्ते बंद हो चुके है। अब उनको और साथी विधायकों को पार्टी से बगावत करने पर पछतावा हो रहा है। पूरे खेमें में फिलहाल निराशा का माहौल है। सचिन की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से कई बार बात करने की कोशिश की गई। लेकिन उधर से कोई प्रॉपर रेस्पॉन्स नही मिला। अब तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने खड़े कर दिए है।
सचिन पायलट को थोड़ी बहुत उम्मीद भाजपा से थी। लेकिन वसुंधरा राजे ने अपना रुख स्पस्ट करते हुए आलाकमान को कह दिया है कि उन्हें पार्टी में सचिन किसी भी हालत में स्वीकार्य नही है। उधर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तो अब पायलट का फोन उठाना भी मुनासिब नही समझते।
इसी तरह की उम्मीद सचिन कांग्रेस आलाकमान से पाले हुए थे। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि देर-सवेर वे कांग्रेस आलाकमान को वे अपने पक्ष में कर लेंगे। इसीलिए पायलट खेमे की ओर से कभी भी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ नही बोला गया। बावजूद इसके, सचिन से पार्टी आलाकमान अब किसी हालत में बात करने को राजी नही है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने दो टूक शब्दों में कहा बताया है कि पहले पायलट और उनके साथी विधायक बिना शर्त माफी मांगे। इसके बाद ही बातचीत पर विचार किया जा सकता है। सचिन के कुछ शुभचिंतकों ने सलाह दी है कि अपने राजनीतिक भविष्य को देखते हुए उनके पास फिलहाल समझौते के अलावा कोई विकल्प नही है।
सूत्रों ने भरोसा जताया है कि आज की बैठक में अंतिम निर्णय होने की उम्मीद है। हो सकता है कि बैठक के बाद आजकल में जयपुर वापसी हो जाये। एक विधायक ने बताया कि राजनीति में कभी हार या जीत नही होती। कभी कभी पासे गलत भी पड़ जाते है। इसलिए जयपुर लौटने में कोई शर्मिन्दगी नही है।