जयपुर

राजस्थान की बड़ी खबर: पायलट खेमे का होटल कंट्री क्लब में जमावड़ा, 14 तक तीस विधायको के समर्थन का दावा

Shiv Kumar Mishra
3 Aug 2020 10:30 PM IST
राजस्थान की बड़ी खबर: पायलट खेमे का होटल कंट्री क्लब में जमावड़ा, 14 तक तीस विधायको के समर्थन का दावा
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शाम 5 बजे के करीब एक असंतुष्ट विधायक से विस्तार के साथ बातचीत हो सकती है। तब बताऊंगा पायलट खेमे की रणनीति।

महेश झालानी

मानेसर के पास तावडू रोड पर स्थित बेस्ट वेस्टर्न कंट्री क्लब रिसोर्ट में आज सुबह 10 बजे बाद एकाएक गहमा-गहमी तब बढ़ गई जब सचिन पायलट खेमे में दो विधायको का और इजाफा होगया है। पायलट खेमे की ओर से कल इस रिसोर्ट में 49 कमरों की बुकिंग कराई गई है। सभी विधायको का आवागमन पिछले दरवाजे से है ताकि एसओजी, एसीबी तथा मीडिया के लोगों की निगाह से बचा जा सके। इन विधायकों के साथ सचिन पायलट भी है।

ज्ञात हुआ है पायलट कल रविवार को सचिन पायलट ऑडी कार से इस रिसोर्ट में आये। बताया जा रहा है कि इनके साथ 22 विधायक है। इसके अलावा करीब 25 समर्थक है जिनमे हरियाणा के राजनेताओं और कारपोरेट हाउस लोग शामिल है। 49 कमरों में से 30 कमरे विधयकों के लिए 18 अगस्त बुक किये गए है। शेष कमरों में समर्थक ठहरेंगे।

दिल्ली नम्बर की इस ऑडी कार को खुद पायलट ड्राइव करके लाये थे। यहां आकर इन्होंने अपने सार्थको के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार किया। तत्पश्चात पायलट ने यही लंच लिया। रिसोर्ट के रजिस्टर में किसी विधायक का इंद्राज नही है। यह सारी सावधानी इसलिये बरती गई है ताकि कोई भी विधायक एसओजी या एसीबी के हत्थे नही चढ़ सके। भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह को अन्य विधायको से अलग सीता हेरिटेज होटल में रखा गया बताया।

भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि शनिवार को पायलट खेमे में 24 विधायक थे। इनमे से भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह को मानेसर के ही सीता हेरिटेज होटल में शिफ्ट कर दिया गया है। ज्ञात हुआ है कि रविवार को सम्पन्न बैठक में लंबे समय तक चर्चा हुई। विधायको ने बताया कि गहलोत खेमे के कई विधायक उनके संपर्क में है तथा तीन चार विधायको लाने का प्रयास किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि बैठक में मीडिया से दूरी बनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही सभी को यह हिदायत दी गई कि सब अपने फोन बंद रखे। रणनीति के तहत मीडिया को केवल यही कहने का निर्णय हुआ है कि वे आलाकमान के सामने अपनी बात रखना चाहते है। किसी भी नेता या पार्टी के खिलाफ बोलने पर सख्त पाबंदी लगाई गई है।

पायलट गुट खामोश रह कर अपनी रणनीति को अंजाम देना चाहता है। क्योंकि पत्ते खोंलने पर दूसरा उसी के अनुरूप रणनीति बनाकर परास्त कर सकता है। इसलिए सबसे बेहतर है कि चुप रहकर विरोधी खेमे में सेंधमारी की जाए। रविवार को हुई बैठक में पायलट ने अपने समर्थक विधायको को भरोसा दिलाया कि 14 अगस्त से पूर्व 30 विधायको का समर्थन हासिल हो जाएगा।

सूत्रों से खबर मिली है कि दो दर्जन से ज्यादा केंद्रीय खुफिया एजेंसी के लोग जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ और गोरबन्द में तैनात है। इन सबको आंध्रप्रदेश कैडर का एक आईपीएस अधिकारी लीड कर रहा है। मुख्यालय से होते हुए गृह सचिव अजय भल्ला तत्पश्चात गृह मंत्री अमित शाह तक पहुंच रही है।

नोट : शाम 5 बजे के करीब एक असंतुष्ट विधायक से विस्तार के साथ बातचीत हो सकती है। तब बताऊंगा पायलट खेमे की रणनीति।

लेखक राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार है

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