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चुनावी शतरंज, केजरीवाल ने लिया पायलट का पक्ष, सत्यपाल मलिक बोले राजस्थान में वसुंधरा जरूरी, स्मृति ईरानी ने कसा केजरीवाल पर तंज, आज राहुल का जन्म दिन
लोकसभा के अगले वर्ष होने वाले और विधानसभा के इसी वर्ष के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर लगभग सभी बड़े दल किसी न किसी तरह से आरोप और पक्ष लेने की राजनीति के माध्यम से मतदाताओं के बीच अपना संदेश देना चाहते हैं। बात करें राजस्थान की तो दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने अब पंजाब के रास्ते राजस्थान में भी घुसपैठ करने की शुरुआत कर दी है जिसका श्री गणेश कल उन्होंने पंजाब से लगते गंगानगर जिले मैं एक सभा के माध्यम से किया। केजरीवाल ने एक तीर से दो निशाने साधते हुए कहा कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट गहलोत को कहते कहते मर गए लेकिन गहलोत ने सचिन पायलट की मांग पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच करने से इंकार कर दिया। केजरीवाल के इस बयान से जहां उन्होंने यह बताने की कोशिश की की पायलट और गहलोत के बीच 36 का आंकड़ा वही गहलोत वसुंधरा के खिलाफ जांच करने से इंकार कर वसुंधरा के प्रति अपना सॉफ्ट कॉर्नर दर्शा रहे हैं। केजरीवाल के गंगानगर दौरे के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान भी रहे।
इसी तरह हमेशा अपने बयानों से चर्चाओं में रहने वाले कुछ राज्यों में राज्यपाल रह चुके सत्यपाल मलिक ने कहा है कि राजस्थान में अगर भाजपा को सरकार बनानी है तो वसुंधरा को सामने लाना होगा। मलिक ने स्पष्ट रूप से कहा कि वसुंधरा के बिना राजस्थान में सरकार बनना मुश्किल है। इस तरह का बयान देकर मलिक में एक और जहां वसुंधरा का पक्ष लिया है वहीं दूसरी ओर पार्टी के बड़े नेताओं से अपनी नाराजगी प्रदर्शित की है।
इन सब से अलग हटकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को धिक्कार दिया। स्मृति ईरानी ने दिल्ली में एक सभा के दौरान केजरीवाल के 45 करोड़ के शीशमहल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम सिर्फ फीता काटने में आगे हैं। ईरानी केजरीवाल पर जमकर बरसीं। उन्होंने अपने संबोधन में केजरीवाल के 45 करोड़ के शीशमहल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम सिर्फ फीता काटने में आगे हैं। स्मृति ईरानी ने मंच से सीधा हमला बोलते हुए कहा कि धिक्कार है उस मुख्यमंत्री पर जो 40 करोड़ से ज्यादा का शीशमहल बनवाता है और दिल्ली की जनता को साफ पीने के पानी के लिए मोहताज करवाता है।
कुल मिलाकर बड़े राष्ट्रीय दल येन केन प्रकारेण मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए आरोपों की बौछार लगा कर अपने आप को स्वच्छ बताने में जुटे हुए हैं। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को नसीहत दी है कि वे कर्नाटक मैं कांग्रेस की जीत की खुशी मैं आने वाले चुनाव में सतर्कता बरतना न भूलें।
"""आज राहुल का जन्म दिन"""।
इन सब से अलग हटकर बात की जाए तो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी आज अपना 53 वा जन्मदिन विदेश में मना रहे हैं। कांग्रेस सहित अन्य दलों के बड़े नेताओं ने राहुल गांधी को जन्मदिन पर बधाई दी। राजस्थान को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल के जन्मदिन मनाने के बाद भारत लौटने के तुरंत बाद राजस्थान कांग्रेस में भी काफी कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। 3 दिन पहले राजस्थान प्रदेश में 75 नेताओं की संगठन में नियुक्ति संबंधी एक आदेश जारी हुआ था जिसे आलाकमान ने रुकवा दिया। समझा जाता है कि राहुल गांधी के दिल्ली लौटने के बाद एक बार फिर से गहलोत और पायलट की बैठक करवाई जाकर संगठन में बड़ा फेर बदल किया जा सकता है! 4 दिन बाद पटना में भी विपक्षी दलों की एक बैठक आयोजित की जा रही है उस बैठक में कितने दल मौजूद रहेंगे इसके बाद ही विपक्षी एकता कितनी सफल होगी का आकलन हो पाएगा। कुल मिलाकर लगभग सभी दल अब आगामी चुनाव को लेकर सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
रमेश शर्मा