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चिट्ठी की योजना से वाकिफ थे पायलट, सचिन भी सोनिया को हटाने के पक्ष में ?
जिस चिट्ठी को लेकर कांग्रेस में जबरदस्त मारकाट मची हुई है, उसका ताल्लुक सचिन पायलट से भी बताया जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि सचिन ने भले ही इस पत्र पर अपने हस्ताक्षर नही किये हो, लेकिन इनकी जानकारी में सब कुछ था।
सोनिया को अध्यक्ष पद से हटाने के लिए कांग्रेस के 23 दिग्गज नेताओं ने एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी पर गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आंनद शर्मा जैसे नामी लोगो के हस्ताक्षर है। पायलट के करीबी मित्र मिलिंद देवड़ा और जतिन प्रसाद ने भी इस पत्र पर अपने हस्ताक्षर किए है।
यह चिट्ठी उस वक्त तैयार की गई जब सोनिया 30 जुलाई को गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। इसी दौरान राजस्थान में सियासी संकट के चलते सचिन पायलट 18 विधायको के साथ 11 जुलाई को मानेसर चले गए थे। राहुल या सोनिया को चिट्ठी पर नही, चिट्ठी की टाइमिंग पर एतराज है।
ज्ञात हुआ है कि इस चिट्ठी की पूरी जानकारी सचिन को जतिन प्रसाद और मिलिंद देवड़ा की तरफ से मिल रही थी। बताया जाता है कि सचिन से भी चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने को कहा गया था। लेकिन सचिन खुद संकट में घिरे हुए थे, इसलिए उन्होंने दस्तखत करने से इनकार कर दिया।
यह भी ज्ञात हुआ है कि कल 25 अगस्त को आने वाले राजस्थान के प्रभारी अजय माकन का दौरा अभी टल गया है। वे कब आएंगे, यह अभी स्पस्ट नही हुआ है। पहले राजस्थान में पार्टी के संकट को हल करने के लिए गठित कमेटी का जयपुर आने का कार्यक्रम था। परंतु बाद में इसमे फेरबदल कर दिया गया है।
कमेटी के आने के बजाय पहले अजय माकन जयपुर आएंगे। यहां आने के बाद वे पूरे प्रदेश का दौरा करने के बाद अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौपेंगे। प्रदेश दौरे के दौरान अजय माकन सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट के लोगो से मुलाकात करेंगे। इसके बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार और राजनैतिक नियुक्ति होंगी। इसमे एक दो माह का वक्त भी लग सकता है।