दुल्हन लेकर लौट रही बारात, हुआ हादसा मचा चीत्कार लाशों का लगा ढेर, 5 की मौत
खुशी के साथ दुल्हन लेकर लौट रही बारात में मातम छा गया। शादी की खुशियां चीखों में बदल गई। सर्द रात के सन्नाटे में दर्द की चीत्कारें व रोने की आवाजें दिल को दहला रही थी। दरअसल जिले के सरदारशहर थाना इलाके के गांव भादासर के नजदीक दो वाहनों की हुई जबरदस्त टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि चार गंभीर घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसा गुरुवार रात्रि को करीब साढे दस बजे हुआ। एक कार में सवार लोग बारात में शामिल होकर लौट रहे थे। इस बीच अनहोनी ने उनकी सांसे छीन ली।
सर्द रात में तेज धमाके की आवाज से ग्रामीणों की नींद खुल गई। ग्रामीण सडक की ओर दौड़े। नजदीक जाकर देखा तो कार व जीप की टक्कर के बाद घायल दर्द से कराह रहे थे। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर आई पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को एंबुलेंस के जरिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां पर तीन लोगों की हालत नाजुक होने के चलते चिकित्सकों ने उन्हें बीकानेर रेफर कर दिया। जिसमें से दो ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं एक का उपचार जारी है। पुलिस के मुताबिक चार मृतक एक ही गांव के हैं।
पुलिस के मुताबिक गांव दुलरासर के श्यामलाल के बेटे ललित की बारात बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ गई थी। जिसमें गांव के मदनलाल पुत्र हरिराम पांडिया, नोपाराम पुत्र मालाराम, मुरलीधर पुत्र परसाराम, भोमसिंह पुत्र मेजरसिंह, मालाराम पुत्र मोहनलाल, श्रवण पुत्र दुलाराम व जीप चालक मदनलाल पुत्र हरिराम पांडिया बारात में शामिल होने के बाद रात को गांव लौट रहे थे। इस बीच उनकी जीप की सामने से आर रही कार से भीषण टक्कर हो गई। हादसा गांव भादासर व जिसमें जीप चालक मदनलाल पारीक ( 60 ), मुरलीधर पारीक ( 55 ), नोपाराम ( 60 ), भोमसिंह ( 02 ) व एक मृतक यूपी का रहने वाला है जिसकी अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक दोनों वाहनों की रफ्तार तेज थी, जिसके चलते हादसा हुआ व इतने बड़े पैमाने पर मौतें हुई हैं। इसके अलावा सडक पर अंधेरा होने के कारण गाडिया आपस में टकरा गई। दोनों वाहनों में कुल दस लोग सवार बताए जा रहे हैं।
हादसे में गांव के चार लोगों की मौत होने के बाद सन्नाटा पसरा है। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। ग्रामीण बोले राम ने ये कैसी अनहोनी कर डाली। इधर, मृतकों के घरों से रह रहकर रोने की उठ रही आवाजें कलेजे को चीर रही हैं। पूरे गांव में गमगीन माहौल है। मृतकों के घरों के बाहर लाेगों की भीड़ जमा है। ग्रामीण परिजनों को संभाल रहे हैं। एक साथ गांव के चार लोगों की उठी अर्थियों ने सबको रूला दिया।