जोधपुर

राजस्थान कैडर की चर्चित आईएएस अफसर टीना डाबी ने किया बड़ा खुलासा, क्यों की उम्र में बड़े आईएएस प्रदीप गंवाड़े से शादी

Shiv Kumar Mishra
7 Dec 2022 12:50 PM IST
राजस्थान कैडर की चर्चित आईएएस अफसर टीना डाबी ने किया बड़ा खुलासा, क्यों की उम्र में बड़े आईएएस प्रदीप गंवाड़े से शादी
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Famous IAS officer of Rajasthan cadre Tina Dabi made a big: राजस्थान कैडर की चर्चित आईएएस अफसर टीना डाबी ने खुद से उम्र में 13 साल बड़े आईएएस प्रदीप गंवाड़े से विवाह पर चुप्पी तोड़ी है। टीना का कहना है कि प्रदीप गवांडे एक अच्छे इंसान हैं। पहले प्रदीप ने उन्हें प्रपोज किया था। वहीं, खुद से 13 साल बड़े प्रदीप से शादी के सवाल पर उन्होंने कहा कि रिश्ते उम्र के आधार पर तय नहीं हुआ करते हैं। आपसी समझ, प्यार और कंपैटिबिलिटी बहुत जरूरी होती है।

बता दें, आईएएस टीना डाबी और प्रदीप गवांडे की मुलाकात कोराना की दूसरी लहर के दौरान हुई थी। आईएएस टीना डाबी वर्ष 2015 बैच की आईएएस अफसर हैं। टीना डाबी की सोशल मीडिया में भी अच्छी फैन फॉलोइंग है। वह अपने फैंस के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से फोटो और वीडियो शेयर करती रहती हैं, टीना डाबी अपने बैच की टॉपर रही थीं। टीना डाबी की बहन रिया डाबी भी राजस्थान कैडर की आईएएस अधिकारी है।

जैसलमेर की कलेक्टर है टीना डाबी

गहलोत सरकार ने टीना डाबी को जैसलमेर की कलेक्टर बनाया है। इससे पहले टीना डाबी की पोस्टिंग शासन सचिवालय में थी। टीना डाबी ने जैसलमेर जिले में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान चला रखा। स्वच्छता अभियान चलाया। जिसे जनता का अच्छा रेस्पोंस मिला था।

बता दें, प्रदीप गंवाडे साल 2013 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनकी ऑल इंडिया रैंक 478 थी। प्रदीप गवांडे का जन्म 9 दिसंबर, 1980 को महाराष्ट्र में हुआ था। प्रदीप गवांडे ने औरंगाबाद से मेडिकल की पढ़ाई की, फिर कई अस्पतालों में बतौर डॉक्टर अपनी सेवाएं भी दीं हैं। आईएएस टीना डाबी ने कहा था कि प्रदीप भी मराठी फैमिली से हैं। मेरी मां भी मराठी फैमिली से हैं।

नागरिका प्रमाण पत्र देकर किया सराहनीय काम

जैसलमेर की जिला कलेक्टर टीना डाबी ने हाल ही में पाक विस्थापति पेशे से चिकित्सक को भारतीय नागरिकता प्रदान की थी। पाक विस्थापित को 10 साल बाद भारतीय नागरिकता मिली। टीना डाबी ने नागरिकता प्रमाण पत्र दिया।

बता दें, जैसमलेर, बाड़मेर और जोधपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में बड़ी संख्या में पाक विस्थापित रहते हैं। जटिल पेचिदगियों की वजह से नागरिकता मिलने में अड़चने आ रही है। जिसकी वजह से सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

सोर्स हिंदुस्तान

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