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कोटा में 100 बच्चों की मौत पर ट्विटर पर मची सियासत, मौके पर नही पहुंचा कोई

Sujeet Kumar Gupta
2 Jan 2020 3:45 PM IST
कोटा में 100 बच्चों की मौत पर ट्विटर पर मची सियासत, मौके पर नही पहुंचा कोई
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राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा का सबसे बड़ा मातृ एवं शिशु सरकारी अस्पताल जे के लोन की हालत खस्ता

राजस्थान। राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. अब तक यहां 102 बच्चों की मौत हो गई है. उधर इसे लेकर अब सियासत गरमा गई है और हर कोई गलहोत सरकार को घेरने पर लगा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा-

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि जेके लोन अस्पताल, कोटा में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

गलहोत ने कहा कि राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी। स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। उन्होंने कहा कि हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में बेहतरी के लिए तैयार हैं। निरोग राजस्थान हमारी प्राथमिकता है। मीडिया किसी भी दबाव में आए बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।

ओम बिरला ने सीएम गहलोत को पत्र भेजा

कोटा में हुई बच्चों की मौत पर लोकसभा अध्यक्ष और कोटा सांसद ओम बिरला ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने का आग्रह किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुनः स्मरण पत्र भेजकर संसदीय क्षेत्र कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिशुओं की असमय मृत्यु की प्रतिदिन बढती संख्या को देखते हुए संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा सुविधाओं के मजबूत बनाने के लिए आग्रह किया।

सोनिया ने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष को तलब किया

इस घटना के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष अविनाश पांडे को तलब किया है। सूत्रों के मुताबिक, कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर दुख जाहिर करते हुए सोनिया ने पांडे के माध्यम से राज्य सरकार को यह संदेश दिया कि इस मामले में और ठोस कदम उठाए जाएं।

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा का बयान

डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा, 'राज्य में शिशु मृत्यु दर 2014 में 7.62 प्रतिशत, 2015 में 7.17 प्रतिशत, 2016 में 6.66 प्रतिशत, 2017 में 6 प्रतिशत और 2018 में 6.11 प्रतिशत थी। हमने 2019 में इसे घटाकर 5.55 प्रतिशत कर दिया है।' इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि हम इससे दुखी हैं, बच्चों को चिकित्सा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। कई बच्चे गंभीर हालत में लाए गए थे। बीजेपी चाहें तो ऑडिट कर सकती है। जो भी बच्चे बचने की हालत में थे, हमने उन्हें बचा लिया है।

'कोटा इतनी भी दूर नहीं कि सोनिया-राहुल आ न सकें'

बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, 'एक महीने में 100 नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है, और राजस्थान के मुख्यमंत्री से कोई सवाल नहीं पूछे जाते। कोटा इतनी भी दूर नहीं की सोनिया और राहुल गांधी वहां जा ना सकें और यह घटना इतनी भी मामूली नहीं की मीडिया कांग्रेस सरकार की इस लापरवाही पर आंख मूंद ले।'

मायावती ने सीएम गहलोत और प्रियंका पर साधा निशाना

गौरतलब हो कि राजस्थान के कोटा में बच्चों की हो रही मौतों पर बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं की गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि वहां के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय है।

बसपा प्रमुख ने कहा कि किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि वह यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका और सोनिया गांधी पर कसा तंज

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है. सीएम ऑफिस के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से इस संबंध में गुरुवार को तीन ट्वीट किए गए।

इनमें लिखा है कि, 'कोटा में करीब 100 मासूमों की मौत बेहद दुःखद और हृदय विदारक है. माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है. अत्यंत क्षोभ है कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका वाड्रा महिला होकर भी माताओं का दुःख नहीं समझ पा रहीं.'

उनके अगले ट्वीट में लिखा है, 'राजस्थान में कांग्रेस सरकार, वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उदासीनता, असंवेदनशीलता और गैर-जिम्मेदाराना रवैया और इस मामले में चुप्पी साधे रहना मन दुखी कर देने वाला है.'

तीसरे और अंतिम ट्वीट में लिखा है, 'श्रीमती वाड्रा अगर यूपी में राजनीतिक नौटंकी करने की बजाय उन गरीब पीड़ित माताओं से जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती. इनको किसी की न चिंता है, न कोई संवेदना, जनसेवा नहीं सिर्फ राजनीति करनी है.'

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