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Rajasthan Election Results 2023 : राजस्थान में कांग्रेस की करारी हार के क्या हैं बड़े कारण?
Rajasthan Election Results 2023 : राजस्थान में अगली सरकार किसकी बनेगी इस सवाल का जवाब लगभग मिल सा गया है। रुझानों में बीजेपी को 100 से 108 के बीच सीटें मिलती दिख रही हैं। कांग्रेस को 70 से 80 के बीच सीटें मिलने की उम्मीद है। राजस्थान की झालरापाटन सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राज चुनाव जीत गई हैं, वहीं आमेर सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया हार गए हैं। बीजेपी अपनी प्रतिद्वंदी कांग्रेस को पछाड़ते हुए बहुमत के आंकड़े को पार कर बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है।
चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 199 सीटों में से विपक्षी दल भाजपा 113 सीटों पर आगे है और सत्तारूढ़ कांग्रेस 71 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
अब राजस्थान में कांग्रेस की हार की क्या वजह रही इस पर बात करें तो कुछ बातें निकलकर सामने आती हैं!
आपस की सिर फुटव्वल!
राजस्थान में कांग्रेस की हार की एक बड़ी वजह पार्टी की आपसी कलह रही. कई नेता नाराज हुए, लेकिन गहलोत ने उन्हें सही तरीके से हैंडल नहीं किया. पार्टी के अंदर गुटबाजी और कई बागी नेताओं ने पार्टी का खेल बिगाड़ा. यहां तक कि कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा तो कुछ को बीजेपी ने अपने पाले में कर लिया.
सचिन पायलट और गहलोत की लड़ाई!
सचिन पायलट और अशोक गहलोत की लड़ाई तो पूरे देश में चर्चा का मुद्दा रही, दोनों नेता काम छोड़कर आपसी लड़ाई पर ज्यादा फोकस करते दिखे. सरकार बनते ही दोनों के बीच खींचतान शुरू हुई तो खत्म होने का नाम नहीं लिया. कई बार आलाकमान ने दोनों को मनाने की कोशिश की, यहां तक कि राहुल गांधी ने खुद चुनाव प्रचार के दौरान दोनों को एक साथ मंच पर लाकर ये संदेश देने की कोशिश की कि पार्टी में सबकुछ ठीक है, लेकिन दोनों के दिल नहीं मिले.
महिलाओं के खिलाफ अत्याचार!
राजस्थान के चुनाव में लॉ एंड ऑर्डर भी अहम मुद्दा रहा, महिलाओं के खिलाफ अपराध की कई घटनाएं सामने आई, जिसको लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा. बीजेपी ने गहलोत सरकार पर महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर राज्य को अव्वल नंबर पर बताया. यहां तक कि राहुल गांधी और प्रियंका गाधी को कुछ घटनाओं पर बयान नहीं देने की वजह से निशाने पर लिया.
अशोक गहलोत का अहंकार!
राजस्थान में कांग्रेस की हार की वजह सीएम अशोक गहलोत का अहंकार भी रहा, उनका अति आत्म विश्वास और अहंकार उन्हें ले डूबा. गहलोत के साथियों ने उनपर अहंकारी होने का आरोप लगाया. खुद उनकी पार्टी के कई विधायकों ने अपनी बात न सुनने का आरोप लगाया, वहीं सचिन पायलट से उनकी लड़ाई तो पिछले साल सरकार बनने के बाद से ही चल रही है. कई बार मीडिया के सामने आकर गहलोत ने सचिन पायलट को निकम्मा और गद्दार तक कह दिया.
पेेपर लीक पड़ा भारी!
राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक मामला गहलोत सरकार पर भारी पड़ा, बीजेपी ने चुनाव के दौरान इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस को खूब घेरा. पेपर लीक को लेकर गहलोत को युवाओं के गुस्से का शिकार होना पड़ा. पिछले पांच साल के गहलोत कार्यकाल में कई परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले सामने आए, जिसको लेकर बीजेपी ने गहलोत पर एक्शन ना लेने का आरोप भी लगाया. ये मुद्दा गहलोत सरकार के लिए भारी पड़ा.