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Dhanteras Puja : धनतेरस पर किन चीजों को खरीदना माना गया है शुभ, क्या है पूजा विधि और मुहूर्त, जानिए सभी जरूरी जानकारी

Arun Mishra
2 Nov 2021 4:12 AM GMT
Dhanteras Puja : धनतेरस पर किन चीजों को खरीदना माना गया है शुभ, क्या है पूजा विधि और मुहूर्त, जानिए सभी जरूरी जानकारी
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धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की विधि विधान से पूजा करें।

आज पूरे देश में धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन मुख्य तौर पर नई चीजों की खरीदारी की जाती है। मान्यता है इस दिन खरीदी गई वस्तुएं आने वाले समय में खूब लाभ देती हैं। इस दिन लोग माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं। जानिए घर में सुख समृद्धि के लिए इस दिन किन चीजों की खरीदारी करना माना जाता है शुभ और क्या रहेगा शुभ मुहूर्त।

धनतेरस पर क्या खरीदें?

इस दिन कोई भी नई वस्तु खरीद सकते हैं। लेकिन मुख्य तौर पर धनतेरस पर सोने, चांदी और पीतल की चीजें खरीदना शुभ माना जाता है। इसके अलावा धनतेरस पर बर्तन और झाड़ू खरीदने की भी परंपरा है। कई लोग इस दिन नई कार, मोटर साइकिल और जमीन-मकान भी खरीदते हैं।

क्या न खरीदें? इस दिन काले रंग की वस्तुएं, तेल, लोहे, कांच और एल्युमीनियम से बनी चीजें खरीदने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दिन जो भी बर्तन खरीद रहे हैं उसे खाली घर में नहीं लेकर जाएं। नए बर्तन को घर में ले जाने से पहले उसके अंदर पानी भर लें।

खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त:

धनतेरस पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त शाम 06:17 बजे से रात 08:11 बजे तक रहेगा। इसके अलावा खरीदारी का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 31 मिनट से शुरू हो रहा है। लेकिन दोपहर 2 बजकर 50 मिनट से 04 बजकर 12 मिनट के बीच खरीदारी करने से बचें। क्योंकि इस दौरान राहुकाल रहेगा। शाम को खरीदारी करने की सोच रहे हैं तो शाम 6 बजकर 17 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक का समय खरीदारी के लिए बेहद शुभ रहेगा।

धनतेरस पूजा विधि:

धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की विधि विधान से पूजा करें। घर के मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं। जिसमें एक दीपक दक्षिण दिशा में यम के नाम से भी जलाएं। कहते हैं धनतेरस के दिन विधि विधान पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है।

धनतेरस के दिन इस मंत्र का जरूर करें जाप:

ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः

धनतेरस पूजा 2021 शुभ मुहूर्त:

पूजा का मुहूर्त शाम 06:17 PM से शुरू होगा और इसकी समाप्ति रात 08:11 PM पर होगी। प्रदोष काल 05:35 PM से 08:11 PM तक रहेगा। त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 2 नवंबर को 11:31 AM से होगी और इसकी समाप्ति 3 नवंबर को 09:02 AM पर होगी।

धनतेरस की सरल पूजा विधि (Dhanteras Puja Vidhi):

धनतेरस की शाम के समय उत्तर दिशा में कुबेर, धन्वंतरि भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूजा के समय घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और भगवान धन्वंतरि को पीली मिठाई चढ़ाएं। इसके बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करना चाहिए। माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को भोग लगाएं और फूल चढ़ाना चाहिए। धनतरेस की शाम घर के बाहर मुख्य द्वार पर और आंगन में दीप जलाने की प्रथा भी है।

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