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इस शुभ मुहूर्त में करें गणपति बप्पा की स्थापना...
गणेश चतुर्थी से 10 दिन के लिए गणपति उत्सव शुरु हो जाते हैं। इस दिन हर घर में बप्पा विराजमान होते हैं, जगह – जगह गजानन के आगमन के लिए झांकियां सजाई जाती हैं।
पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन माता पार्वती के लाल गणपति का जन्म हुआ था। उस दिन स्वाति नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त में विघ्नहर्ता गणपत्ति बप्पा का जन्म हुआ। इस बार 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी पर यही संयोग बन रहा है। ऐसे में इस बार गणेश उत्सव में भक्तों को बप्पा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा...
पौराणिक मान्यता है कि गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गौरी पुत्र गणेश पृथ्वी पर वास करते हैं। कहते हैं कि जो लोग घर में गणपति जी की स्थापना करते हैं बप्पा उनके समस्त संकट, दुख, दरिद्रता हर लेते हैं। गणेश जी के आशीर्वाद से घर में सुख - समृद्धि आती है और जातक के बिगड़े काम बनने लगते हैं।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी के दिन प्रथम पूजनीय गणेश जी का जन्म हुआ था। वैसे तो गणेश उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र में इसकी रौनक कुछ खास ही देखने को मिलती है। इस दिन बप्पा के भक्त व्रत रखकर घर या दुकान में गणपति की स्थापना करते हैं। ऐसा करने से धन, नौकरी, शिक्षा से संबंधित समस्याओं का अंत होता है। कहते हैं बप्पा घर में खुशियां लेकर आते हैं और हमारी सारी परेशानियां लेकर चले जाते हैं।
ऐसे करें घर में गणपति की स्थापना
गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की बाईं सूड वाली मिट्टी की मूर्ति लेकर आएं। मिट्टी के अलावा गाय के गोबर, सुपारी, सफेद मदार की जड़, नारियल, हल्दी, चांदी, पीतल, तांबा और स्फटिक से बनी मूर्तियों की स्थापना कर सकते हैं। घर के लिए बैठे हुए और कार्यस्थल के लिए खड़े हुए गणपति लाना शुभ होता है। पूर्व या ईशान कोण में गणपति की स्थापना करें और रोजाना सुबह – शाम 10 दिन तक उन्हें भोग लगाकर आरती करें।
कब है अनंत चतुर्दशी 2023?
इस साल अनंत चतुर्दशी 28 सितंबर 2023, दिन गुरुवार को है। मान्यता के अनुसार इस दिन विधि-विधान से पूजन कर बप्पा का विसर्जन कियाs जाता है।