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अनुष्ठानो में आम के पत्ते का क्या है महत्व जानिए धर्मशास्त्र के अनुसार ....
आम को फलों का राजा माना जाता है, वहीं उसकी पत्ते पूजा के काम आते हैं. घर में चाहे कोई हवन हो या पूजा, वह बिना आम की टहनी और पत्तों के पूरा नहीं हो सकता. आखिर आम के पत्तों में ऐसी क्या खास बात है कि हवन-पूजन में हमेशा उन्हीं का इस्तेमाल किया जाता है. दूसरे पेड़ के पत्तों के बारे में कभी सोचा तक नहीं जाता. यह सवाल निश्चित रूप से कई बार आपके दिमाग में घुमड़ता होगा. आज हम आपको इसका जवाब विस्तार से बताते हैं.
सनातन धर्म शास्त्रों के मुताबिक आम के पेड़ को मेष राशि का प्रतीक माना गया है. मान्यता है कि मेष राशि का होने की वजह से आम का पेड़ सबसे ज्यादा मंगलकारी होता है. जिस घर के पास आम का पेड़ लगाया जाता है, वहां हमेशा देवी-देवताओं की कृपा बरसती है. यही वजह है कि घर-दुकान या अन्य किसी भी स्थान पर होने वाले मांगलिक कार्यों में हमेशा आम के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है. चाहे घर-दुकान के दरवाजे पर माला लटकानी हो या पूजन में इस्तेमाल करने हों, हमेशा आम के पत्ते ही मंगाए जाते हैं.
आम के पत्तों का इन जगह होता है इस्तेमाल
जब भी कोई कलश यात्रा निकाली जाती है तो वह आम के पत्तों के बिना पूरी नहीं होती. कलश के ऊपर नारियल रखने से पहले उसके मुख पर आम के पत्ते रखे जाते हैं. उसके बाद नारियल रखकर कलश को पकड़ा जाता है. कलश यात्रा के बाद जब जल को अर्पित किया जाता है तो उस पर रखे आम के पत्तों को देवी-देवताओं की प्रतिमा के आगे समर्पित कर दिया जाता है.
पूजन में आम के पत्तों से आचमन
आम के पत्तों को बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है. यही वजह है कि घर में होने वाले प्रत्येक पूजन में मंत्रोच्चारण के दौरान आम के पत्तों से आचमन क्रिया की जाती है. माना जाता है कि ऐसा करने से प्राणी में अलौकिक शक्तियों का प्रवाह बढ़ता है और ईश्वर को अपने अंदर साक्षात महसूस कर पाता है.
मेन गेट पर आम के पत्तों का तोरण द्वार
सनातन धर्म में आने वाले सभी प्रमुख त्योहारों और शुभ मौकों के दौरान घर के मेन गेट पर आम के पत्तों का तोरण द्वार बनाना एक आम परंपरा है. मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं कर पाती और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है.
मंडप सजाने में आम के पत्तों का इस्तेमाल
घर में होने वाले हवन- यज्ञ में आहुति देने के लिए हमेशा आम की लकड़ियां ही इस्तेमाल की जाती है. साथ ही शादी-विवाह के मंडप को सजाने के लिए आम के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है. इसके पीछे आम के पेड़ का मंगलकारी होना माना जाता है.