हिंदू धर्म में हर एक दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। इसी तरह शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है। इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि शनिदेव जिस पर प्रसन्न होते हैं, उसके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और जिस पर रुष्ट हो जाएं, उसके जीवन में कोई भी काम सफल नहीं होता है। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है।
मान्यता है कि मनुष्य के शुभ-अशुभ कर्मों का फल शनिदेव प्रदान करते हैं। बुरे कर्म करने वालों को शनिदेव के क्रोध का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी शनिदेव को ख़ुश करना चाहते हैं, तो हर शनिवार के दिन आपको कुछ ख़ास उपाय करने चाहिएं और साथ ही करना चाहिए शनिदेव के मन्त्रों का जाप...
शनिदेव के मंत्र:-
1. शनि महामंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥
2. शनिदेव का पौराणिक मंत्र
ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
3. शनि दोष निवारण मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
4. नौकरी और व्यापार के लिए शनि मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः।।