धर्म-कर्म

Raksha Bandhan 2021 : आज है रक्षाबंधन, जानिए- शुभ मुहूर्त और महत्व, इस मन्त्र का करें जाप

Arun Mishra
22 Aug 2021 9:35 AM IST
Raksha Bandhan 2021 : आज है रक्षाबंधन, जानिए- शुभ मुहूर्त और महत्व, इस मन्त्र का करें जाप
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हिंदू पंचांग के अनुसार, राखी का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिामा को मनाया जाता है.

रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का दिन भाई बहन के प्रेम का प्रतीक होता है. ये एक ऐसा प्यारा रिश्ता होता है जिसमें प्यार भरी नोकझोंक हमेशा रहती है. फिर चाहे आप कितने भी बड़े हो जाएं. हर साल सावन मास की पूर्णिमा को राखी का त्योहार मनाया जाता है. आज के दिन बहन अपनी भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उसकी सुखी जीवन और लंबी उम्र की कामना करती हैं.

हिंदू पंचांग के अनुसार, राखी का त्योहार श्रावण मास की पूर्णिामा को मनाया जाता है. इसलिए इसे राखी पूर्णिमा भी कहते हैं. आइए जानते हैं रक्षा बंधन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में.

रक्षा बंधन का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार राखी के दिन कई सारे शुभ संयोग बन रहे हैं. सुबह के समय में मांतग और सर्वार्थ सिद्धी योग बन रहा है. सुबह 10:34 पर शोभ योग है और शाम में 07: 40 मिनट पर धनिष्ठा नक्षत्र योग है. राखी के दिन राहुकाल और भद्रा काल में राखी नहीं बांधना चाहिए. इस दौरान राखी बांधना अशुभ माना जाता है.

पंचांग के अनुसार, शाम 05 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 39 मिनट तक राहुकाल चलेगा. मान्यता है कि राहुकाल के दिन में कोई भी सफल कार्य नहीं होता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार त्रेतायुग में रावण ने अपनी बहन से राहुकाल में राखी बंधवाई थी. इसके बाद से उसका पतन होना शुरू हो गया था. पंचांग के अनुसार भाद्र और राहु दोनों ही अशुभ माने जाते हैं.

रक्षा मंत्र का जाप करें

येन बुद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल|

तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल||

इस श्र्लोक के अनुसार बहन भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए कहती हैं कि जिस रक्षा सूत्र में महान राजा बलि को बांधा गया था मैं उसी रक्षा सूत्र में तुम्हें बांधती हूं. हे राखी तुम अडिग रहना. अपने रक्षा संकल्प के कभी भी विचलित मत होना. बहनें इस कामना के साथ भाई की कलाई पर राखी बांधती है.

रक्षा बंधन का महत्व

राखी के दिन थाली में कुमकुम, अक्षत, दीपक, मिठाई रखती हैं. राखी के दिन में भाई को तिलक लगाकर उसकी कलाई पर रक्षासूत्र बांधे. राखी बांधने के बाद भाई अपने सामर्थ्य के अनुसार तोहफा देता है. इस खास दिन पर बहनें भाई की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं.

रक्षाबंधन उपाय

राखी के दिन विशेष उपाय करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.अगर आपके घर में आर्थिक समस्या है तो अपनी बहन के हाथों से एक गुलाबी रंग के कपड़े में अक्षत, सुपारी और एक रुपये का सिक्का लें और इस कपड़े को अपनी तिजोरी में रख लें . ज्योतिषों के अनुसार इस उपाय को करने से आर्थिक परेशानियां जल्दी दूर हो जाती है.

अगर आपकी कुंडली में चंद्रदोष है तो सावन पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव की पूजा करना शुभ होता है. इस दिन ऊं सोमेश्वराय नम: का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी.

रक्षाबंधन कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, जब भगवान विष्णु राजा बलि के कहने पर पाताल लोक चले गए थे. तब श्रावण मास की पूर्णिमा को माता लक्ष्मी ने राजा बलि को रक्षासूत्र बांधकर भगवान विष्णु को मांगा था. इसके अलावा एक अन्य प्रचलित कथा है कि राजसयू के यज्ञ में द्रोपदी ने भगवान कृष्ण को राखी की जगह अपने आंचला का टुकड़ा बांधा था. मान्यता है कि इसके बाद से बहनों द्वारा अपने भाई को राखी बांधने की परंपरा शुरू हुई.

नोट- यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

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