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T20 WC : आज न्यूजीलैंड से भिड़ेगी टीम इंडिया, पढ़ें - जीत को लेकर क्या बोले विराट कोहली

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15 March 2016 10:39 AM GMT
 टीम इंडिया



नई दिल्ली : टी-20 वर्ल्ड कप के दो अभ्यास मैचों में से एक में टीम इंडिया को जीत मिली थी। जिसमें उसने वेस्टइंडीज को 45 रनों से मात दी थी। दूसरे अभ्यास मैच में हालांकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार रनों से हार झेलनी पड़ी थी।

वहीं, आज T20 WC कप के सुपर-10 मुकाबले मंगलवार को भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच से शुरू होंगे। शाम 7.30 बजे से होने वाले इस मैच में भारत के सामने वह टीम है जिसे उसने टी-20 में पहले कभी नहीं हराया है। टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के साथ आज होनेवाले टी-20 मैच से पहले कहा है कि भारतीय टीम के हौसले बुलंद है।

भारतीय टीम ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टी-20 श्रृंखला में मात दी थी। उसके बाद अपने घर में श्रीलंका को हराया था। टीम ने पहली बार टी-20 फार्मेट में खेले गए एशिया कप में भी शानदार जीत हासिल की थी। भारत ने बीते 11 में से 10 टी-20 मैच जीतकर अपनी शानदार तैयारी का डंका बजाया है।

दूसरी ओर, न्यूजीलैंड ने अपने पहले अभ्यास मैच में श्रीलंका को 74 रनों से मात दी थी लेकिन दूसरे मैच में उसे इंग्लैड के हाथों छह विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। 2007 में शुरू हुए टी-20 विश्व कप की विजेता भारतीय टीम को बेशक अपने घर में खेलने का फायदा मिलेगा। वहीं, कीवी टीम के लिए भारतीय हालात से सामंजस्य बिठाने की चुनौती होगी। टीम अपने स्टार बल्लेबाज और कप्तान ब्रेंडन मैक्लम के संन्यास के बाद पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही है। उनकी कमी टीम को जरूर महसूस होगी।

टीम इंडिया की मजबूती ?
भारतीय टीम इस समय हर विभाग में मजबूत दिख रही है। रोहित शर्मा पिछले कुछ महीनों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वह अपने दिन किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में शिखर धवन के बल्ले से भी रन बरसे थे जिससे कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने राहत की सांस ली होगी।

विराट कोहली हर संकट की घड़ी में टीम को बाहर निकाल के लाए हैं। उनका फॉर्म में होना दूसरी टीमों के लिए चिंता का विषय है। विश्व कप से पहले एशिया कप में और दोनों अभ्यास मैचों में युवराज सिंह ने अपने पुराने अंदाज का परिचय देकर टीम को मजबूती दी है।

धोनी भी अंतिम ओवरों में रन जुटाने में कामयाब रहे हैं। हार्दिक पांड्या के आने से टीम को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में स्थिरता प्राप्त हुई है। वह एशिया कप में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे थे। बल्ले से उन्होंने टीम को कभी भी निराश नहीं किया।

एक समय टीम की सबसे बड़ी समस्या रही गेंदबाजी में अनुभवी आशीष नेहरा और रविचन्द्रन अश्विन ने टीम को इस समस्या से छुटकारा दिलाया है। युवा जसप्रीत बुमराह ने टीम की अंतिम ओवरों की समस्या भी खत्म कर दी है। टीम गेंदबाजी में पहले से ज्यादा मजबूत है। मोहम्मद समी के आने से धोनी के पास गेंदबाजी में विकल्प बढ़ गए हैं।

भारत 2007 में जीतने के बाद दोबारा खिताब नहीं जीत पाया है। उसे 2014 में पिछले विश्व कप के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। यह दूसरा मौका था जब भारत सेमीफाइनल में पहुंचा था।

वहीं, न्यजीलैंड महज एक बार ही टी-20 विश्व कप के सेमीफानल में पहुंचा है। 2007 में वह इकलौती बार सेमीफाइनल में पहुंचा था जहां पाकिस्तान ने उसे शिकस्त दी थी।

पिछले पांच बार में किसी मेजबान देश ने टी20 विश्व खिताब नहीं जीता है और दूसरी बार तो कोई विजयी नहीं रहा है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली भारतीय टीम हालांकि काफी संतुलित है और अपनी सरजमीं पर खेल रही है लिहाजा इतिहास रच सकती है ।

सुपर-10 की टीमें :

ग्रुप 1- श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, वेस्ट इंडीज, इंग्लैंड, अफगानिस्तान।
ग्रुप 2- भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश।
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