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आस्ट्रेलिया ने सिर्फ 3 विकेट खोकर स्कोरबोर्ड पर 327 रन बनाकर भारतीय गेंदबाज कूट दिए
WTC फाइनल के पहले दिन देश ने किंग कोहली की आक्रामक कप्तानी को शिद्दत से मिस किया। कंगारुओं ने सिर्फ 3 विकेट खोकर स्कोरबोर्ड पर 327 रन लगा दिया। हालात तो ऐसे हो गए कि पहले दिन के चौथे सेशन में ऑस्ट्रेलिया ने 4.62 के रन रेट से बगैर विकेट खोए 157 रन कूट दिए। डे वन पर किसी भी भारतीय गेंदबाज की इकोनॉमी 3 से नीचे की नहीं रही।
68 टेस्ट मैचों में विराट ने 58.82 की औसत से 40 टेस्ट मैच टीम इंडिया को जिताए थे। किंग की कप्तानी में 11 टेस्ट ड्रॉ रहे थे और हमने 17 मैच गंवाए थे। हिंदुस्तान के सबसे सफल टेस्ट कप्तान का ना होना अखर रहा है। भारतीय सरजमीं पर साल की शुरुआत में 2-1 से टेस्ट सीरीज हारने वाला ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हमपर भारी पड़ रहा है।
जिस तरह साजिश रचकर विराट कोहली को कप्तानी से बेदखल किया गया था, वह शर्मनाक है। उसका जो नतीजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ रहा है, वह दर्दनाक है। विराट अपनी एग्रेसिव कप्तानी के बूते टेस्ट मैच में जान लाता था। किंग की सटीक रणनीति के तहत भारतीय गेंदबाज विकेट चटकाता था। अब इस टेस्ट मैच में सिर्फ और सिर्फ विराट के बल्ले से आस है। शतक का विश्वास है।
इधर ऑस्ट्रेलिया भारत को डे वन पर कूट रहा था और उधर सोशल मीडिया पर विराट को कप्तानी सौंपने का ट्रेंड चल रहा था। केनिंग्टन ओवल, लंदन के स्टेडियम में मौजूद हर फैन विराट के साथ तस्वीर के लिए मचल रहा था। मैदान पर आखिरी सेशन में मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा की बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि मानो उन्होंने मैच छोड़ दिया है। 10 साल बाद ICC ट्रॉफी जीतने का ख्वाब तोड़ दिया है।
WTC फाइनल शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ी ग्राउंड पर उतर रहे थे। फैंस ने बाकी सबको जाने दिया, सिर्फ विराट को रोक लिया। मन भर कर तस्वीरें खिंचवाईं और ऑटोग्राफ लिए। किंग कोहली की दीवानगी हर किसी के सिर चढ़कर बोल रही थी। विराट कोहली के नाम के जयकारों से स्टेडियम गूंज उठा। उम्मीद है कि कंगारुओं के पहाड़ से स्कोर के बाद विराट का बल्ला बोलेगा। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का धागा खोलेगा।