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पाकिस्तान क्रिकेट में नया भूचाल, विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल पर लगा तीन साल का बैन
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल को तीन साल तक के लिए बैन कर दिया है. अकमल इन तीन सालों में किसी भी फॉर्मेट की क्रिकेट नहीं खेल पाएंगे. पाकिस्तान सुपर लीग के दौरान उन्हें बुकीज ने संपर्क किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने PCB की एंटी करप्शन यूनिट को नहीं दी थी.
उमर अकमल का ये मामला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की डिसिप्लिन कमेटी के पास था. इससे पहले उन्होंने अपने प्रोविजिनल सस्पेंशन के खिलाफ अपील करने से मना कर दिया था. इसका सीधा मतलब यही था कि वो अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार करते हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उमर अकमल को एंटी करप्शन कोड 2.4.4 के तहत दोषी पाया है.
अकमल ने ही किया था अपील न करने का फैसला
इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने उमर अकमल को पाकिस्तान एंटी करप्शन कोड के नियम 2.4.4 को तोड़ने का दोषी पाया था. वो भी एक नहीं बल्कि दो बार. आर्टिकल 2.4.4 के मुताबिक किसी भी खिलाड़ी से अगर भष्ट्राचार के लिए कोई 'अप्रोच' करता है तो उसे तुरंत इसकी जानकारी विजिलेंस कमेटी को देनी होती है.
ऐसा न करने की सूरत में उसे दोषी माना जाता है. उमर अकमल को इसी नियम के तहत नोटिस जारी किया गया था. ये नोटिस उन्हें 17 मार्च को जारी किया गया था. तय नियम के मुताबकि उनके पास इसका जवाब देने के लिए 14 दिन का समय था. 14 दिन के समय की मियाद 31 मार्च को खत्म हो गई थी. इसके बाद ही ये खबर आई थी कि उमर अकमल इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं करेंगे.
पाकिस्तान क्रिकेट में भ्रष्ट्राचार का इतिहास पुराना
आपको बता दें कि 29 साल के उमर अकमल ने 16 टेस्ट और 121 वनडे और 84 टी-20 मैच खेले हैं. बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल ने करीब 6000 इंटरनेशनल रन बनाए हैं. कैच और स्टंप मिलाकर उन्होंने करीब डेढ़ सौ खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है. पाकिस्तान क्रिकेट में भ्रष्ट्राचार का इतिहास पुराना है. कभी पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बड़े खिलाड़ियों में शुमार रहे सलीम मलिक को लाइफ बैन का सामना करना पड़ा था.
उन्हें जस्टिस कयूम की रिपोर्ट के आधार पर लाइफ बैन किया गया था. सलीम मलिक के अलावा और भी पाकिस्तान के कई बड़े खिलाड़ी थे जिन्हें भविष्य में कोई भी बड़ी जिम्मेदारी न देने की सलाह इस रिपोर्ट में दी गई थी, लेकिन रिपोर्ट को नजरअंदाज किया गया. बाद के समय में सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ जैसे खिलाड़ी भी फिक्सिंग के जाल में फंसे.
खिलाड़ियों को लंबे समय तक प्रतिबंध झेलना पड़ा. दानिश कनेरिया का नाम भी ऐसे ही खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल है. कुल मिलाकर पाकिस्तान में क्रिकेट के हालात लगातार बदतर हुए हैं. पाकिस्तान क्रिकेट पर श्रीलंका की टीम पर आतंकवादी हमले का भी बड़ा नकारात्मक असर पड़ा है. अब उमर अकमल का मामला इसी कड़ी में पाकिस्तान क्रिकेट पर एक और काला दाग है.